Explained: क्या IT Sector में मंदी आने वाली है? बड़ी Tech कंपनियां लोगों को क्यों निकाल रही हैं?

Amazon pay to quit program

असलम कोलसरी का शेर है, ‘असलम’ बड़े वक़ार से डिग्री वसूल की और इस के बाद शहर में ख़्वांचा लगा लिया. 

बेरोजगारी पर तंज करता यह शेर आज याद आ रहा है, क्योंकि अमेजन 10,000 लोगों की छंटनी की तैयारी कर रही है. NYT का दावा है कि amazon के कॉर्पोरेट व टेक्नोलॉजी क्षेत्र में जॉब जाने की संभावना है. इससे पहले दूसरी बड़ी टेक कंपनियों जैसे मेटा, ट्विटर, स्नैप और माइक्रोसॉफ्ट ने कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान कर चुकी हैं. एक तरफ जहां इतनी बड़ी-बड़ी कंपनियों में छंटनी चल रही है, वहीं दूसरी तरफ सरकारी नौकरी की आस में युवा दिल्ली के मुखर्जी नगर, और यूपी के प्रयागराज में छोटे-छोटे कमरों में अपनी जवानी दांव पर लगा रहे हैं.

Amazon लोगों को नौकरी से निकालने की तैयारी में क्यों?

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दुनिया की दिग्गज कंपनियों में शुमार ई-कॉमर्स कंपनी Amazon इस हफ्ते 10,000 लोगों को नौकरी से निकालने वाली है. Amazon के कॉर्पोरेट और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में जॉब जाने की ज्यादा संभावना है. न्यूयार्क टाइम्स ने बताया है कि रिटेल डिवीजन और ह्यूमन रिसोर्सेज में भी छंटनी हो सकती है. हालांकि, कंपनी ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.

बता दें, पिछले साल 31 दिसंबर तक Amazon कंपनी के पास पार्ट टाइम कर्मचारीयों को मिलाकर 16 लाख से ज्यादा कर्मचारी थे. कुछ दिन पहले ही कंपनी ने कहा था कि अगले कुछ महीनों तक कॉर्पोरेट कर्मचारियों की भर्ती नहीं की जाएगी. जिसके कुछ दिनों बाद ही कर्मचारियों की छटनी की खबर आई है. अमेजन के मुताबिक बढ़ती कीमतों के वजह से लोगों के पास खर्च करने के लिए ज्यादा पैसे नहीं बचे हैं.

कौन-कौन सी दिग्गज टेक कंपनियां लोगों को निकाल रही हैं?

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फेसबुक और इंस्टाग्राम की पैरेंट कंपनी मेटा ने हाल ही में ऐलान किया था कि लागत पर कंट्रोल करने दे लिए वह 11,000 से ज्यादा लोगों को नौकरी से निकालने की योजना बना रही है. यानी दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल मेटा के लगभग 13% कर्मचारीयों की नौकरी खतरे में है. Meta के CEO मार्क जुकरबर्ग ने इस छंटनी पर एक पोस्ट लिखते हुए टेक कंपनियों पर कोरोना के असर को जिम्मेदार बताया.

Microsoft Corp और Snap Inc ने भी अपने कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया है. Apple जैसी कंपनियों ने भी नई नौकरियों की संख्या को घटाया है. जबकि ट्विटर के मालिक एलन मस्क ने भी 3,700 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. मस्क ने पहले ट्विटर के CEO पराग अग्रवाल, CFO नेड सेगल को कंपनी से बाहर किया और फिर 4 नवंबर 2022 को बड़े स्तर पर कर्मचारियों की छंटनी की गई.

क्या IT Sector में मंदी आने वाली है, स्थिति क्या है?

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दावा किया जा रहा है कि यह वैश्विक मंदी की आहट है. यही कारण है कि दुनिया की बड़ी टेक कंपनियां अब अपनी लागत में कटौती करने में जुट गई हैं. एक रिपोर्ट की मानें तो 2022 में 2021 की तुलना में IT कंपनियों ने 10 प्रतिशत कम विज्ञापन निकाला है. Naukri.com की वेबसाइट ने बताया कि 20 महीनों में पहली बार सालाना आधार पर आईटी सेक्‍टर की कंपनियों की जॉब पोस्टिंग में कमी देखी जा रही है.

आईटी सेक्‍टर में नौकरी छोड़कर जाने वाले कर्मचारियों में भी कमी आई है. माना जा रहा है कि ऐसा वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था में संभावित मंदी के वजह से हो रहा है. कर्मचारी एक कंपनी को छोड़कर दूसरी कंपनी में कम जा रहे हैं. मुंबई की एक ब्रोकरेज फर्म के सर्वे के अनुसार आईटी सर्विसेज की कंपनियां अपनी हायरिंग naukri.com और लिंक्डइन जैसे पोर्टल से करती हैं. लगभग 60% भर्तियां इन्हीं पोर्टल के जरिए होती हैं.

क्या IT Sector में मंदी आने वाली है, स्थिति क्या है?

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कोरोना महामारी के बाद आईटी सेक्टर में गजब का उछाल देखा गया था. लगभग सभी सेक्टर मंदी में थे, लेकिन आईटी सेक्टर में इंकलाबी उछाल देखा गया था. कोरोना काल में आईटी सर्विस देने वाले प्रोडक्ट का खूब मांग बढ़ा जिसकी वजह से आईटी सेक्टर में खूब रोजगार भी बढ़े.

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड, कॉग्निजेंट टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस कॉर्प, Infosys लिमिटेड, HCL टेक्नोलॉजीज लिमिटेड और Wipro लिमिटेड ने मिलकर पिछले साल 2,84,358 कर्मचारियों को नौकरी दी थी. ऐसे में बड़ा खर्च करने के लिए मशहूर दुनिया की टेक कंपनियां जिस तरह से लोगों की छंटनी कर रही हैं, वो चिंताजनक है.