Explained: ‘Zombie-Ice’ क्या है और यह दुनिया भर में बढ़ते समुद्र के स्तर के लिए खतरा क्यों है?

Indiatimes

ज़ोंबी बर्फ (Zombie-Ice), लगातार चर्चा में है. दुनिया भर में बढ़ते समुद्र के स्तर के लिए इसे बड़ा खतरा माना जा रहा है. ऐसे में जानना सामयिक रहेगा कि ‘ज़ोंबी’ बर्फ क्या है और यह दुनिया के लिए खतरा क्यों?

Zombie IceAP

चर्चा में क्यों है Zombie-Ice?

नेचर क्‍लाइमेट चेंज जर्नल में प्रकाशित एक रिसर्च में दावा किया गया है कि समुद्र के बढ़ते जलस्‍तर की सबसे बड़ी वजह जॉम्‍बी आइस है. इसके कारण ही ग्रीनलैंड (Greenland) की बर्फ़ तेज़ी से पिघल रही है. वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि ग्रीनलैंड की पिघलती बर्फ़ की वजह से पृथ्वी का समुद्री जलस्तर 10 इंच तक बढ़ सकता है. दावा है कि ज़ॉम्बी आइस बर्फ़ की मोटी परत से लगी हुई है, लेकिन कम बर्फ़बारी की वजह से पिघली बर्फ़ दोबारा नहीं जम रही है. इस कारण जलस्तर को बढ़ने से रोकना असंभव सा हो गया है,

Zombie Ice Rising Sea Levels WorldwideReuters

ये Zombie Ice आखिर है क्या?

ज़ॉम्बी आइस (Zombie Ice) को डेड आइस (Dead Ice) या डूम्ड आइस (Doomed Ice) के नाम से भी जाना जाता है. ये वो बर्फ़ है जो पैरेंट आइस शीट (Parent Ice Sheet) या पुरानी बर्फ़ से जुड़ी होती है, लेकिन बर्फ़बारी होने के बावजूद ताज़ा बर्फ़ को अपने ऊपर जमने नहीं देती. जब भी ज़ॉम्बी बर्फ़ तेज़ी से पिघलती है समुद्री जल स्तर बढ़ने लगता है. इस पर नई बर्फ न जमने पर भी हालात और बिगड़ सकते हैं.

कैसे बनती है Zombie Ice?

वैज्ञानिकों के अनुसार, ज़ॉम्बी आइस बनने का मुख्य कारण है क्लाइमेट चेंज या जलवायु परिवर्तन. उत्तरी ग्रीनलैंड स्थित आइस कैप्स के पिघलने के बाद समुद्र के पास बने ग्लेशियर्स की बर्फ़ सख्त होती जाती है. बीते वर्षों में वैज्ञानिकों और शोधार्थियों ने ग्रीनलैंड पर कई स्टडीज़ की. शोधार्थियों और वैज्ञानिकों के अनुसार ग्रीनलैंड के ग्लेशियर तेज़ी से पिघल रहे हैं लेकिन उन पर ताज़ा बर्फ़ नहीं जम रही. ऐसे में आने वाला समय घरती के लिए चिंताजनक है.

Zombie Ice Rising Sea Levels WorldwideReuters

Zombie Ice खतरे की घंटी क्यों?

वैज्ञानिकों के अनुसार ग्रीनलैंड की 3.3% आइल वॉल्यूम पिघल जाएगी. अगर पृथ्वी का तापमान स्थिर भी हो जाता है तो भी ग्रीनलैंड की इतनी बर्फ़ पिघलेगी. दावा है कि ग्रीनलैंड के बर्फ की चादर के पिघलने से वैश्विक समुद्र का स्तर अनिवार्य रूप से कम से कम 10.6 इंच या 27 सेंटीमीटर बढ़ जाएगा. इसके पीछे ज़ोंबी बर्फ को एक कारण माना जा रहा है और इसे दुनिया के लिए एक खतरे की घंटी बताया जा रहा है.