बीते कुछ साल से Credit Card का इस्तेमाल खू़ब तेजी से हो रहा है. वर्तमान में क्रेडिट कार्ड लोगों का जरूरी हिस्सा बन चुका है. अब तो स्टूडेंट्स के लिए अलग से स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की सुविधा मौजूद है. मतलब क्रेडिट कार्ड बच्चों से लेकर बड़ों तक पहुंच चुका है. क्रेडिट कार्ड के नुकसानों के बारे में हमेशा बात की जाती है, लेकिन क्रेडिट कार्ड के अपने बड़े फायदे भी होते हैं, बस हमें कुछ जरूरी चीज़ें याद रखनी होगी.
पहले जानिए Credit Card क्या होता है?
क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड की तरह दिखने वाला एक प्लास्टिक का छोटा सा कार्ड होता है जो एक स्पेशल पेमेंट सिस्टम के मकसद के साथ बैंक ग्राहकों को जारी किये जाते हैं. इस कार्ड की मदद से हम किसी की सामान या सेवाओं के लिए भुगदान कर सकते हैं. क्रेडिट कार्ड के जरिए आप एक सीमित दायरे तक, अपनी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं. यहां तक कि विषम परिस्थिति आने पर इससे नकद भी निकाल सकते हैं. ॉ
कितने प्रकार के होते हैं क्रेडिट कार्ड?
-सामान्य क्रेडिट कार्ड
– फीचर्ड क्रेडिट कार्ड
– बिजिनेस क्रेडिट कार्ड
– स्पेशल क्रेडिट कार्ड
Credit Card का होना जरूरी क्यों है?
क्रेडिट कार्ड मे आकर्षक रिवॉर्ड, कैशबैक, छूट, ऑफ़र सब कुछ मिलता है. इसके साथ ये इमरजेंसी में बहुत काम आता है. इसकी मदद से बड़ी खरीददारी भी हो सकती है, और बाद में EMI के जरिए भुगतान किया जा सकता है. क्रेडिट कार्ड में सभी ट्रांजेक्शन सुरक्षित होते हैं, क्योंकि उन्हें OTP और पिन वैरिफिकेशन की आवश्यकता होती है. क्रेडिट कार्ड का बकाया भुगतान करने के लिए 45 दिनों तक का क्रेडिट-फ्री पीरियड भी मिलेता है. इसके अलावा क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से आसान ट्रांजेक्शन संभव है.
क्रेडिट कार्ड से लोन लेने का सही तरीका
क्रेडिट कार्ड से लोन लेना बहुत आसान है. प्राइवेट और सरकारी सभी बैंक क्रेडिट कार्ड से लोन की सुविधा देते हैं. आपके पास जिस भी बैंक का क्रेडिट कार्ड है आप उस बैंक से आसानी से लोन ले सकते हैं.
लोन लेने के लिए सबसे पहले बैंक के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होता है. यदि बैंक ने क्रेडिट कार्ड के लिए कोई अतिरिक्त वेबसाइट बनाई है तो बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट के बजाय बैंक के क्रेडिट कार्ड की वेबसाइट पर जाना होगा. उसके बाद क्रेडिट कार्ड से लोन वाले ऑप्शन पर जाकर अप्लाई करना होगा जहां पर आप को कुछ जरूरी डीटेल्स भरने के विकल्प मिलेंगे.
ऑनलाइन अप्लाई करने के बाद आपको आखिर में अपना मोबाइल नंबर और कार्ड का अंतिम चार डिलीट डालना होगा. इन्हीं कुछ आसान तरीका तरीके से आप क्रेडिट कार्ड से लोन ले सकते हैं.
क्रेडिट कार्ड आवेदन के लिए जरूरी कागज
क्रेडिट कार्ड के लिए ज़रूरी Documents बैंक के हिसाब से अलग-अलग होते हैं. पर जो सभी बैंक के लिए कॉमन है. उसमें पहचान पत्र और हस्ताक्षर प्रमाण, निवास प्रमाण, उम्र प्रमाण, वेतन पाने वाले व्यक्ति के लिए आय प्रमाण, स्व–रोजगार करने वाले पेशेवरों के लिए भी आय का प्रमाण जरूरी होता है.
क्रेडिट कार्ड यूज करते वक्त क्या ध्यान रखना चाहिए?
1. खर्च की ट्रैकिंग करना बेहद जरूरी है
सभी क्रेडिट कार्ड की लिमिट लोगों की कमाई, और सिबिल स्कोर पर आधारित होती है. इसका फैसला कार्ड जारी करने वाला बैंक करता है. अगर आप लोग क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं तो अपने खर्च की ट्रैकिंग करना बहुत जरूरी है. खर्च की ट्रेकिंग करना कठिन नहीं है, क्योंकि हर महीने बिल जेनरेट होता है. साथ ही मोबाइल ऐप में भी हर ट्रांजैक्शन की जानकारी मिलती रहती है. खर्च को ट्रैक करके गैर जरूरी खर्च को घटाया जा सकता है जिससे कर्ज का बोझ स्वाभाविक रूप से कम हो जाएगा.
2. सभी जरूरी सुविधाओं का लाभ उठाएं
क्रेडिट कार्ड अक्सर अपने ग्राहकों को कई तरह की सुविधाएं देता रहता है. रिवॉर्ड प्वाइंट्स की सुविधा सबसे खास है. इसके अलावा बिना खर्च किए आप कई जरूरी सुविधाओं का फायदा उठा सकते हैं, जिसमे एयरपोर्ट पर लाउंज बेनिफिट, रेस्टोरेंट बिल पर डिस्काउंट, सिनेमाहॉल टिकट पर डिस्काउंट जैसे विकल्प शामिल हैं.
3. सिबिल स्कोर संतुलित रखना चाहिए
कई फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का मानना है कि क्रेडिट कार्ड के लिमिट का अधिकतम 50 फीसदी ही इस्तेमाल करना चाहिए. अगर आपके कार्ड की लिमिट 3 लाख रुपए है तो अधिकतम आउटस्टैंडिंग 1.50 हजार तक ही इस्तेमाल करना चाहिए . क्रेडिट कार्ड के सीमा का 50% इस्तेमाल करने से सिबिल स्कोर बहुत अच्छा बना रहता है.
50% से ज्यादा उपयोग करने पर हो सकता है कि आपका सिविल कमजोर हो जाए. जब क्रेडिट कार्ड का बिल जेनरेट होता तो बिल स्टेटमेंट को अच्छे से चेक करना चाहिए. हर तरह के चार्जेज के बारे में अच्छे से जानकारी इकट्ठा करना चाहिए. इन सब चीजों से कई तरह के जुर्माने से बचा जा सकता है.
4. ड्यू डेट से पहले बकाया का भुगतान करें
क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल की सबसे अच्छी बात है कि ये आपको किसी ट्रांजैक्शन का पेमेंट करने के लिए 50 दिनों का वक्त देता है. इसलिए क्रेडिट कार्ड का स्मार्ट इस्तेमाल बहुत जरुरी हो जाता है. कोशिश करनी चाहिए कि हर हाल में ड्यू डेट से पहले बकाया बिल जमा हो जाए. इससे आप इंट्रेस्ट के साथ- साथ पेनाल्टी से भी बच जाएंगे. अगर आप किसी इमरजेंसी के कारण पूरा पेमेंट नहीं कर पाते हैं तो पेनाल्टी से बचने के लिए मिनिमम बैलेंस का भुगतान जरूर कर देना चाहिए.
5. जरूरी जानकारी को गोपनीय रखना चाहिए
जितना तेजी के साथ टेक्नोलॉजी बढ़ रहा है उतना ही तेजी से डिजिटल फ्रॉड के मामले भी सामने आ रहे हैं. ऐसे में क्रेडिट कार्ड का नंबर, सीवीवी, सिक्यॉरिटी पिन, एक्सपायरी डेट जैसी जानकारी को बहुत गोपनीय तरीके से सुरक्षित रखना चाहिए. अगर ये जानकारी गलती से भी चोरी हो जाती है तो क्रेडिट कार्ड की मदद से मोटा ट्रांजैक्शन हो सकता है. जिसका भुगतान किसी और को नहीं आपको ही करना होगा.
अगर क्रेडिट कार्ड यूजर्स इन बातों को ध्यान में रखेंगे तो उनका फाइनेंशियल मैनेजमेंट ठीक रहेगा और वो 50 दिनों के इंट्रेस्ट फ्री पीरियड का भी लाभ ले पाएंगे. साथ ही सबसे अच्छी बात है कि इंट्रेस्ट और पेनाल्टी से बच जाएंगे, सिबिल स्कोर अच्छा होगा और किसी प्रकार का कर्ज नहीं रहेगा.