चिट्टा तस्करी से जुड़े मामले में बेटे को छिपाने और पुलिस के खिलाफ कोर्ट में दाखिल याचिका को सैटल करने के एवज में दो आरोपियों ने पुलिस ने पांच लाख रुपये की डिमांड की. बाद में पुलिस ने दोनों आरोपियों को ट्रैप लगाकर गिरफ्तार कर लिया. मामला हिमाचल प्रदेश के मनाली का है.
जानकारी के अनुसार, मनाली पुलिस की टीम ने दो आरोपियों को चार लाख की रंगदारी मांगने और रकम लेते समय रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान खीम राम, गांव शलीण, कलाथ, मनाली और सुशील शर्मा, क्लाथ के रूप में हुई है. पुलिस दोनों आरोपियों को शनिवार को कोर्ट में पेश करेगी.
दरअसल, 29 मार्च 2022 को खीम राम के बेटे ने पुलिस से संपर्क साधा और बताया कि वह एक चिट्टा तस्कर को पकड़वाना चाहता है. हालांकि, बाद में वह पुलिस टीम का मोबाइल फोन और 5 हजार रुपये लेकर गायब हो गया. पुलिस तहकीकात में पता चला कि सतीश चिट्टा और नशे का आदी है.
पुलिस टीम ने उसके पिता खीम राम से सम्पर्क करके उसे कहा कि सतीश का पता चलने पर उन्हें जानकारी दी जाए. लेकिन खीम राम, सुशील कुमार और सतीश कुमार ने मिलकर पुलिस टीम के खिलाफ षड़यंत्र रचा और हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी.
इस दौरान खीम राम और सुशील शर्मा ने पुलिस से संपर्क किया और सतीश को सामने लाने और कोर्ट से याचिका वापिस लेने के एवज में 5 लाख रुपये की मांगे. चार लाख रुपये में बात बनी. पुलिस ने मामला दर्ज किया और आरोपियों को पकड़ने की योजना बनाई. शुक्रवार को आरोपियों को पुलिस ने मनाली के क्लाथ से चार लाख रुपये के साथ धर लिया. क्लाथ में कपिल मुनि मन्दिर के बगीचे में पैसा का लेन-देन तय हुआ था.
सतीश भी धर-दबोचा
मनाली थाना की टीम ने कुल्लू के एएसपी सागर चन्द्र की देखरेख में ट्रैप लगाया और सुशील कुमार और खीमराम को चार लाख सहित गिरफ्तार कर लिया. साथ ही सतीश भी कुछ दूरी पर छिपा था, उसे भी पुलिस की एसयूआई टीम ने दबोचा लिया. सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 384, 182, 209, 120बी में मुकदमा दर्ज किया गया है. शनिवार को कोर्ट में आरोपियों को पेश किया जाएगा.