Giorgia Meloni: इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी के इस्तीफे के बाद दक्षिणपंथी नेता जियोर्जिया मेलोनी PM बनने की रेस में हैं। अगर वह जीत जाती हैं तो देश की पहली महिला प्रधानमंत्री होंगी। जियोर्जिया ने हाल ही में एक यूक्रेनी महिला के रेप का वीडियो ट्वीट किया था, जिसे ट्विटर ने हटा दिया है।
रोम: इटली में प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवार जियोर्जिया मेलोनी (Giorgia Meloni) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर एक यूक्रेनी महिला के रेप का वीडियो शेयर कर दिया था, जिसे हटा दिया गया है। मारियो द्रागी के इस्तीफा देने के बाद नया प्रधानमंत्री चुना जाना है। जियोर्जिया मेलोनी एक कट्टर दक्षिणपंथी नेता हैं। रविवार देर रात उन्होंने एक ब्लर वीडियो शेयर किया था और लिखा था कि वह इस नृशंस घटना को लेकर चुप नहीं रह सकती हैं। वीडियो हटाने के बाद उन्होंने ट्विटर पर कहा कि जो वीडियो उन्होंने शेयर किया वह मूल रूप से एक अखबार की वेबसाइट पर डाला गया था। वीडियो शेयर करने को लेकर उन्होंने कहा कि उन्होंने पीड़िता के साथ एकजुटता दिखाने के लिए ऐसा किया।
हालांकि जियोर्जिया के इस ट्वीट के बाद उनके विरोधियों को निशाना साधने की वजह मिल गई। जियोर्जिया की बात करें तो वह इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने की रेस में हैं। 25 सितंबर को इटली में चुनाव होंगे। जियोर्जिया मेलोनी ‘ब्रदर्स ऑफ इटली’ नाम के राजनीतिक पार्टी की पिछले आठ वर्षों से नेता हैं। 1922 में बेनिटो मुसोलिनी के बाद ये पहली सबसे दक्षिणपंथी नेता मानी जा रही हैं। राजनीति में आने के बाद से ही मेलोनी एक विवादास्पद चेहरा रही हैं। 1996 में उन्होंने एक टीवी इंटरव्यू में फांसीवादी नेता मुसोलिनी को पिछले 50 वर्षों में सबसे अच्छा राजनेता बताया था।
ऐसी रही है पर्सनल लाइफ
इटली के आगामी चुनाव में वह राष्ट्रवाद और ईसाई धर्म के मुद्दे के साथ मैदान में हैं। मेलोनी के व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो 1977 में रोम के गारबेटेला में उनका जन्म हुआ था। अपनी किशोर अवस्था में ही वह छात्र राजनीति से जुड़ गईं। 15 साल की उम्र में वह नेशनल कंजर्वेटिव ग्रुप के स्टूडेंट विंग में शामिल हो गईं। उन्होंने सार्वजनिक शिक्षा सुधारों के खिलाफ रैले करने वाले समूह ग्लि एंटेनाटी को बनाया। बाद में वह रोम की सभासद भी बनीं। 2016 में उन्होंने 39 साल की उम्र में अपने पहले और इकलौते बच्चे को जन्म दिया। उनके पति एक पत्रकार हैं।
कैसा रहा है राजनीतिक सफर
मेलोनी 2006 में 29 साल की उम्र में इटली के संसद के निचले सदन ‘चैंबर ऑफ डेप्युटीज़’ की सबसे कम उम्र की उपाध्यक्ष बनीं। दो साल बाद वह अब तक के सबसे लंबे कार्यकाल वाले प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी के नेतृत्व वाली कैबिनेट में मंत्री बनीं। जब वह 32 साल की थीं तब बर्लुस्कोनी की पार्टी का सेंटर राइट ग्रुप फोर्जा इटालिया के साथ विलय हो गया। इस विलय से द पीपल ऑफ़ फ़्रीडम नाम का एक ग्रुप बना और मेलोनी इसकी उपाध्यक्ष बनीं। 2012 में उन्होंने अपनी पार्टी ब्रदर्स ऑफ इटली बनाया। 2014 में वह पार्टी की प्रमुख बनीं। तभी से वह LGBTQI के अधिकारों, समलैंगिक विवाह और इमीग्रेशन के खिलाफ आवाज उठाती रही हैं।