भाजपा के डैमेज कंट्रोल की कोशिश पर निगाहे, 29 को खुलेंगे पत्ते

सोलन, 24 अक्टूबर : जनपद के नालागढ़ में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) इस बार रोचक होते नजर आ रहे है। इसमें दो की लड़ाई में तीसरे प्रत्याशी को फायदा मिलने की संभावना जताई जा रही है। 2017 में विधानसभा चुनाव लड़ने वाले तीन उम्मीदवार फिर आमने-सामने हैं।

ये अलग बात है कि इस बार उनके किरदार बदल गए हैं। पिछले चुनाव में केएल ठाकुर भाजपा (KL Thakur), लखविंदर राणा (Lakhwinder Rana) कांग्रेस तो बावा हरदीप सिंह (Bawa Hardeep Singh) कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय उतरे थे। पिछले दिनों भगवा धारण करने वाले मौजूदा विधायक लखविंदर को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। भाजपा ने केएल का टिकट काटा तो वो बगावत पर उतर आये है।

राणा के कांग्रेस छोड़ने के बाद बावा हरदीप को कांग्रेस का टिकट मिल गया। वही आप पार्टी से धर्मपाल सिंह में मैदान में उतरे है। टिकट न मिलने से नाराज केएल ठाकुर ने “मेरा क्या क़सूर का नारा” देते हुए निर्दलीय चुनाव में कूद गए हैं।

भाजपा उन्हें मनाने की कोशिश में है, लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा। उनकी बगावत भाजपा को भारी पड़ सकती है। देखना ये होगा कि क्या भाजपा डैमेज कंट्रोल करने में सफल होती है या नहीं। नामांकन पत्र वापिस लेने की अंतिम तारीख 29 अक्टूबर है लिहाजा इसके बाद ही चुनावी दंगल की तस्वीर साफ़ हो जाएगी।

 केएल ठाकुर चंद सप्ताह पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jai Ram Thakur) की रैली में भीड़ में धक्के खाते हुए नजर आये थे, वही लखविंदर राणा मुख्यमंत्री की गाड़ी में सवार थे। इसी दौरान ही लखविंदर राणा के टिकट पर उसी दिन मोहर लगती नजर आई  थी। यहां पर आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के धर्मपाल चौहान भी चुनाव लड़ रहे हैं, जो पहले कांग्रेस में ही थे। नालागढ़ में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है और इस बार मुकाबला मजेदार होने वाला है।