नई दिल्ली. फेसबुक (Facebook) और इंस्टाग्राम की पेरेंट कंपनी मेटा (Meta) की तिमाही आय में गिरावट का असर अब कर्मचारियों की भर्ती पर होगा. मेटा सीईओ मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने कहा है कि हम मंदी के दौर में आ गए हैं और इसका असर डिजिटल एडवरटाइजिंग बिजनेस पर होगा. इसलिए मेटा अब खर्च घटाने पर ध्यान देगी और अगले साल कंपनी कर्मचारियों की भर्ती की गति को धीमा करेगी.
27 जुलाई को मेटा ने अपनी तिमाही परिणाम घोषित किए थे और बताया था कि दूसरी तिमाही में पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले रेवेन्यू एक फीसदी घटकर 28.8 बिलियन डॉलर रह गया है. पिछले साल की समान तिमाही में रेवेन्यू 29.1 बिलियन डॉलर था. मेटा ने मई में भी कर्मचारियों की संख्या घटाने के संकेत दिए थे. वहीं जुलाई के शुरुआत में भी मार्क जुकरबर्ग ने मेटा कर्मचारियों से कहा था कि इस साल कंपनी 30 फीसदी कम इंजीनियर भर्ती करेगी.
मंदी का होगा गहरा असर
मनीकंट्रोलकी एक रिपोर्ट के मुताबिक, मेटा की अर्निंग कान्फ्रेंस कॉल को संबोधित करते हुए मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि इतिहास में पहली बार मेटा के रेवेन्यू में गिरावट आई है. ऐसा डिजिटल एडवरटाइजिंग स्पेस के सिकुड़ने से हुआ है. जुकरबर्ग ने कहा, “कंपनी अगले साल तक लगातार कर्मचारियों की संख्या में कमी करेगी. मेटा की कई टीमें छोटी होंगी, ताकि उनकी ऊर्जा का इस्तेमाल अन्य जगहों पर किया जा सके.” जुकरबर्ग ने कहा कि वे कंपनी के लीडर्स को टीमों को डबल करने, संकुंचित करने और रिकंस्ट्रक्ट करने की छूट देना चाहते हैं.
जुकरबर्ग ने कहा कि अगली कुछ तिमाहियों में कंपनी के कर्मचारियों की संख्या स्थिर रहेगी, क्योंकि इस साल हमने बहुत से कर्मचारियों को नौकरी पर रखा है. लेकिन भर्ती प्रक्रिया को आगे धीमा किया जाएगा. जुकरबर्ग ने कहा कि मंदी का यह दौर कितना लंबा और कितना गहरा होगा, इसकी भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है. लेकिन, इतना जरूर कहा जा सकता है कि पिछली तिमाही से इसका ज्यादा असर आगे होगा
कुल 83,500 कर्मचारी
मेटा ने बताया कि उसने दूसरी तिमाही में 5,700 नए कर्मचारी भर्ती किए हैं. इनमें से ज्यातार कर्मचारी टेक्निकल टी में रखे गए हैं. दूसरी तिमाही के अंत में मेटा के पास कुल 83,500 कर्मचारी थे जो पिछले साल की समान तिमाही के कर्मचारियों की संख्या से 32 फीसदी ज्यादा है.