Fake Fielding ICC Rules Explainer: विराट ने क्या वाकई में की थी चीटिंग? जानें फेक फील्डिंग होती क्या है, जो पड़ सकता था भारत को भारी

Fake Fielding Law India vs Bangladesh: बांग्लादेश आरोप लगा रहा है कि भारतीय टीम के खिलाड़ी विराट कोहली ने वर्ल्ड कप के मैच में फेक फील्डिंग की। इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। आखिरी क्या होती है फेक फील्डिंग? इसका दोषी होने पर खिलाड़ी को क्या मिलती है सजा?

नई दिल्ली: बांग्लादेश को टी20 वर्ल्ड कप में भारत (IND vs BAN) के खिलाफ हार मिली है। टीम की इस हार के बाद नुरुल हसन ने बड़ा आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि भारतीय टीम की तरफ से विराट कोहली (Virat Kohli) ने फेक फील्डिंग (Fake Fielding) की है। इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। इस वीडियो में विराट अपने हाथ में गेंद नहीं होने के बाद भी थ्रो करने एक्टिंग कर रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद जमकर बवाल मच रहा है।

मामला 7वें ओवर का है। अक्षर पटेल की गेंद पर लिटन दास ने डीप पॉइट पर शॉट खेला। वहां अर्शदीप सिंह ने गेंद को फील्ड करके थ्रो किया। इस बीच बल्लेबाज दूसरे रन के लिए भाग चुके थे। विराट पॉइंट पर फील्डिंग कर रहे थे। जब गेंद उनके पास से गुजरी तो उन्होंने नॉन स्ट्राइकर की तरफ थ्रो करने की एक्टिंग की।

क्या होती है फेक फील्डिंग? (What is fake Fielding In Cricket)

फेक फील्डिंग नियम आईसीसी लॉ 41.5 में आता है। इसमें कहा गया है कि- कोई भी फील्डर जानबूझकर, शब्द या क्रिया से किसी भी बल्लेबाज को विचलित करने, धोखा देने या बाधित करने का प्रयास करता है तो यह अनुचित है।

– क्लॉज 41.5.2 के अनुसार, ‘यह किसी एक अंपायर को तय करना होता है कि कोई फील्डर ने यह जानबूझकर किया है या नहीं।’

– अगर फील्डर दोषी होता है तो कानून 41.5.3 प्रभावी हो जाता है। इसके अनुसार, ‘यदि अंपायर को लगता है कि किसी फील्डर ने इस तरह की व्याकुलता, धोखे या रुकावट पैदा करने का प्रयास किया है, तो वह तुरंत कॉल करेगा और गेंद को डेड घोषित करने का सिग्नल करेगा। गेंद और दूसरे अंपायर को कॉल के कारण के बारे में सूचित करें।’

क्या है सजा? (Punishment For Fake Fielding In cricket)

– फेक फील्डिंग के लिए गेंदबाजी टीम को सजा भी मिलती है। नियम 41.5.6 के अनुसार गेंदबाजी एंड का अंपायर को बल्लेबाजी टीम को पेनल्टी के 5 रन देने की घोषणा करना होगा।

– इसके साथ ही उस गेंद पर बने रन भी बल्लेबाजी टीम को मिलेंगे। इसके अलावा बल्लेबाज यह चुनेगा कि अगली गेंद किसे खेलनी है।

कब आया नियम? (ICC Rules For Fake Fielding In Cricket)

2017 में आईसीसी ने फेक फील्डिंग का नियम लाया गया था। एमसीसी के क्रिकेट मैनेजर के नियम फ्रेजर स्टीवर्ट ने 2017 में इस नियम के लाने की पीछे की वजह बताई थी। इसके साथ ही फेक फील्डिंग की वजह से बल्लेबाजों पर चोटिल होने का खतरा भी होता था।

इस कानून को लागू करने का कारण यह था कि फील्डर हाथ में गेंद नहीं होने के बाद भी जानबूझर नाटक करते हैं, जिससे बल्लेबाजों को आगे रन लेने से रोका जा सके।
फ्रेजर स्टीवर्ट

 

पहली बार किसे मिली सजा?

ऑस्ट्रेलिया के मार्नस लाबुशेन फेक फील्डिंग के लिए सजा पाने वाले पहले खिलाड़ी थे। वह घरेलू 50-ओवर टूर्नामेंट में क्वींसलैंड के लिए खेल रहे थे। उन्होंने गेंद रोकने के लिए डाइव मारी लेकिन गेंद नहीं रुकी। इसके बाद लाबुशेन ने थ्रो करने की एक्टिंग की। अंपायर ने उनकी गलती पकड़ ली और विपक्षी टीम को 5 पेनल्टी रन मिले।