हमीरपुर
गलवान घाटी में शहादत का जाम पीने वाले हमीरपुर जिला के कडोहता गांव के शहीद अंकुश ठाकुर के मरणोपरांत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के द्वारा घोषणाओं को अमलीजामा नहीं पहनाए जाने पर परिजनों में गहरा रोष है। शहीद अंकुश ठाकुर के पिता अनिल कुमार के साथ दर्जनों ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त हमीरपुर देव श्वेता बनिक को ज्ञापन सौंप कर जल्द घोषणाओं को पूरा करने की गुहार लगाई है।साथ ही परिजनों ने मलाल जताया कि आठ महीने बीत जाने पर भी श्मशानघाट के लिए पक्की सडक, शहीद के नाम पर शहीदी गेट, मनोह स्कूल का नामकरण शहीद के नाम पर करने की घोषणाएं पूरी नहीं हो पाई है।
शहीद के पिता अनिल कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने घर पर आकर घोषणाएं की थी लेकिन शहीद के नाम पर आज तक कुछ नहीं हो सका है
उन्होंने बताया कि मेरा बेटा गलवान घाटी में युद्व में शहीद हुंआ था और शहादत के समय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने श्मशानघाट के लिए पक्की सडक, शहीद के नाम पर शहीदी गेट, मनोह स्कूल का नामकरण शहीद के नाम पर करने की घोषणा की थी जिस पर कोई काम नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि आज उपायुक्त से मिलकर सरकार को ज्ञापन भेजा गया है।
पूर्व प्रधान वीर सिंह रणौत ने बताया कि शहीद के नाम पर घोषणाओं को पूरा नहीं किया गया है । उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा सडक मार्ग के काम में देरी की जा रही है जिससे काम अभी तक शुरू भी नहीं हो पाया है। उन्होंने मांग की है कि जल्द शहीद के नाम पर कामों को पूरा करवाया जाए।
शहीद अंकुश ठाकुर के बचपन के दोस्तों में राजन और शशि ने सरकार की घोषणाओं को अमलीजामा नहीं पहनाए जाने पर गहरा रोष व्यक्त किया और कहा कि इतना समय होने पर भीकोई घोषणा पूरी नहीं हुई है जिससे क्षेत्र के साथ पीडित परिवार में भी रोष पनपा हुआ है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि जल्द शहीद के ना म पर की गई घोषणाओं को पूरा किया जाए।