भारत में लोग मछली खाने के बड़े शौकीन हैं. मछली में प्रोटीन की मात्रा अधिक होने से इसकी डिमांड भी बहुत है. हमारे देश की जलवायु भी मछली पालन के लिए काफ़ी अनुकूल है. यही वजह है कि कई किसान जिनके पास जमीन है वो मछली पालन करते हैं और उनमें कई सफल भी हुए हैं. उन्हीं में एक नाम राजस्थान के निहाल सिंह का भी है जो 10 पैसे की मछली से करोड़पति बन गए हैं.
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दोस्तों के सुझाव पर शुरू किया मछली पालन
55 वर्षीय निहाल सिंह भरतपुर के कामां तहसील के तरगोतरा उंधन गांव के निवासी हैं. वे 35 वर्ष की आयु से ही मछली पालन का व्यापार कर रहे हैं. इन 20 सालों में उन्होंने मछली से तगड़ा मुनाफा कमाया. निहाल सिंह एक किसान परिवार से हैं. उन्होंने बताया कि जब हमारे भाइयों का आपस में बंटवारा हो गया तो हमारे हिस्से में 5 बीघा जमीन आई. परिवार बड़ा होने के कारण आर्थिक तंगी बहुत थी. खेती से बहुत ज्यादा कमाई नहीं हो पा रही थी जिससे परिवार का अच्छी तरह से पालन पोषण किया जा सके.
निहाल ने जब यह परेशानी अपने दोस्तों के साथ शेयर की. तो उन्होंने उसे मछली पालन करने का सुझाव दिया. दोस्तों की सलाह पर निहाल ने अपनी जमीन से मछली पालन का कारोबार शुरू कर दिया. जब निहाल को इस व्यापार में मुनाफा होता दिखा तो उन्होंने गांव में सरकारी तालाब को ठेके पर ले लिया और उसमें भी मछली पालन शुरू कर दिया.
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक निहाल सिंह पहली बार में 6 लाख रुपए कमाए. वह सबसे पहले छोटी मछलियों को लेकर आते हैं. जिसकी कीमत 10 पैसे की होती है. जो गिनती के हिसाब से मिलती है. उन मछलियों को निहाल सिंह तालाब में डाल देते हैं. जब मछली बड़ी हो जाती है तो व्यापारियों के हाथों उसे बेच देते हैं. उन्हें मछली के वजन और डिमांड के हिसाब से उसकी कीमत मिलती है.
Nihal Singh
दिल्ली और फरीदाबाद में करते हैं सप्लाई
मछली पालन से ही किसान निहाल सिंह आज करोड़ों रुपए कमा चुके हैं. उन्होंने इसी व्यापार से अपनी तीन बेटियों की शादी की. इसके अलावा 7 बीघा जमीन और खरीद ली है. अब उनके पास कुल 12 बीघा जमीन हो गई है. जिसकी कीमत 1 करोड़ रुपए से अधिक है. उनका बड़ा बेटा पढ़ाई कर फरीदाबाद में नौकरी कर रहा है. छोटे बेटे की अभी पढ़ाई चल रही है.
निहाल अपनी मछली को दिल्ली और फरीदाबाद के मछली मंडी में सप्लाई की जाती हैं. इलाके में पानी की कमी होने की वजह से निहाल सिंह ने तालाब में पानी भरने के लिए बोरिंग करवाई है. मछली के चोरी होने का भी डर रहता है. ऐसे में उनकी देखभाल के लिए दो गार्ड भी नौकरी पर रखे हुए हैं. जो इन लाखों मछलियों की देखभाल करते हैं.