कृषि कानूनों के विरोध में मंगलवार को भारत बंद को लेकर किसान मजदूर संघर्ष समिति की नालागढ़ इकाई ने रोपढ़- नालागढ़ मार्ग पर चौकीवाला में शाम को चार बजे तक चक्का जाम रहा। हालांकि यातायात व्यवस्था को पुलिस प्रशासन ने दूसरे रास्तों से डायवर्ट कर सुचारू रखा। वक्ताओं ने कहा कि अगर सरकार ने किसान के पक्ष में फैसला नहीं लिया तो यहां के किसान भी दिल्ली जाएंगे। साथ ही दिल्ली में धरने पर बैठे किसानों के लिए राशन भेजा जाएगा।
दभोटा के किसान सुरमुख ंिसह ने कहा कि कृषि को लेकर केंद्र ने जो कानून बनाया है, समिति उसका विरोध करती है। केंद्र की तानाशाही से किसान पर यह बिल जबरन थोपा जा रहा है। सरकार कारपोरेट घरानों को फायदा देकर जमीनदारों को उजाडऩा चाहती है। बाद में कारपोरेट घराने उनकी जमीन पर कब्जा कर लेंगे। किसानों को कोई सुनवाई नहीं होगी। उन्होंने कहा कि उनकी मांग नहीं पूरी हुई तो किसी आंदोलन को ओर तेज करेंगे। इसके लिए वे कुछ भी बलिदान देने को तैयार है
शिरोमणी अकाली दल के सदस्य दलजीत संह भिंडर ने कहा कि इस बिल के विरोध में पहले ही शिरोमणी अकाली दल पहले ही नाता तोड़ चुकी है। अकाली दल किसानों के समर्थन में है। यूपी व बिहार का किसानों को कभी भी अपनी फसल के सही दाम नहीं मिले। तभी वहां के किसान फेैक्टरी में काम करना पंसद करते है। उन्हें खेती से कोई बचत नहीं होती है।
विधायक लखविंद्र सिंह राणा नेकहा कि जो कानून केंद्र ने बनाए है वह किसानो के खिलाफ है। एक ओर सरकार किसान का अन्नदाता कहती है और दूसरी ओर से उनकी कोई मांग पूरी नहीं कर रही है। बुधवार को अगर किसानों के पक्ष में फैसला नहीं होता तो यहां के किसान भी दिल्ली जाएंगे।