बिलासपुर, 23 जून : दिल्ली किसान आंदोलन के बाद अब हिमाचल में भी बड़ा किसान आंदोलन शुरू होगा। सिरमौर से लाहौल.स्पीति तक किसानों को एकजुट किया जाएगा। जिसके बाद पूरी रूपरेखा तैयार कर प्रदेश के किसान हिमाचल में आंदोलन के रण मैदान में उतरेंगे। इस बात का ऐलान बिलासपुर पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने किया है।बिलासपुर में पत्रकारों से बातचीत में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हिमाचल में किसानों की अनदेखी की गई है। यहां पर चल रहे रेलवे, फोरलेन व एयरपोर्ट जैसे बड़े प्रोजेक्टों में लोगों को सही मुआवजा नहीं मिल पाया है, जिसका विरोध अब किसानों के साथ मिलकर पूरे प्रदेश में शुरू किया जाएगा।
राकेश टिकैत ने कहा कि बिलासपुर की बात करें तो हिमाचल प्रदेश का पहला ऐसा जिला है, जिसने यहां पर भाखड़ा बांध बनाने के लिए अपने घर तक बलिदान कर दिए, लेकिन आज तक भी भूमि का सही मुआवजा स्थानीय लोगों को नहीं मिल पाया है।
राकेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली के किसान आंदोलन का दूसरा पेज हिमाचल से होगा शुरू होगा। इसी के साथ हिमाचल में किसानों को फसल का मुआवजा और टावर लाइनों का पैसा तक केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा पूरा नहीं दिया गया है। पुरे मसले को लेकर वह एक देशव्यापी आंदोलन पूरा करेंगे। दिल्ली के किसान आंदोलन का दूसरा पेज हिमाचल से शुरू होने जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कल वह मंडी जिला स्थानीय लोगों सहित किसानों से बात करेंगे। उसके बाद वह कुल्लू में जाकर एक जनसभा को संबोधित करेंगे। वह मनाली व लाहौल-स्पीति के किसानों से भी बातचीत कर उनकी सारी समस्याओं को सुनेंगे, जिसके बाद एक सारा प्रारूप तैयार किया जाएगा।
अग्निपथ योजना का किया विरोध
राकेश टिकैत ने कहा कि देश में युवाओं के लिए शुरू की गई अग्निपथ योजना का वह विरोध करते हैं। इस मसले को लेकर वह जल्द ही सरकार से बात करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अभी तक यह साफ नहीं कर पाई है कि चार साल बाद युवा आर्मी से बाहर निकलकर करेंगे क्या।