कोविड संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है | जिसकी रोकथाम के लिए सरकार पुरजोर प्रयास कर रही है | शायद यही वजह है कि केंद्र सरकार किसानों के उत्थान के लिए चल रही योजनाओं पर अधिक ध्यान नहीं दे पा रही है | ऐसा हम इस लिए कह रहे हैं क्योंकि आज कल हिमाचल के किसानों को खाद की बेहद आवश्यकता होती है | ख़ास तौर पर 1232-16 खाद की बेहद आवश्यकता होती है | लेकिन यह खाद सोलन के किसानों को नहीं मिल रही है | यह खाद किसानों तक हिमफैड के माध्यम से पहुंचती है | लेकिन हिमफैड का स्टॉक शून्य है | जब हमने इस बारे में हिमफैड के प्रबंधक विजय शर्मा से पुछा तो उन्होंने बताया कि उनके पास सभी खाद मौजूद है लेकिन 12 32 16 खाद नहीं है | जिस बारे में प्रदेश सरकार को अवगत करवा दिया गया है | उन्होंने कहा कि किसान 12 32 16 के विकल्प के रूप में यूरिया को उपयोग में ला सकते है | उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष विभाग द्वारा करीबन 12 हज़ार बैग किसानों को दिए गए थे | उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जल्द यह खाद भी केंद्र सरकार से आ जाएगी
आज कल किसान पौध लगा रहे है और यही समय है कि उन्हें खाद की बेहद आवश्यकता है | अगर यह खाद समय पर नहीं आएगी तो किसानों को भारी नुक्सान उठाना पड़ेगा | उन्होंने कहा कि किसानों को सरकार द्वारा कोविड समय में राहत प्रदान की जानी चाहिए थी लेकिन केंद्र सरकार द्वारा जो खाद पिछली बार 1100 रूपये की थी वह अब करीबन 1800 रूपये की हो चुकी है उसके बावजूद भी यह खाद सरकार उपलब्ध नहीं करवा पा रही है | उन्होंने कहा कि हिमफैड द्वारा किसानों को खेतों में यूरिया डालने के लिए कहा जा रहा है | लेकिन यूरिया खेत का उपजाऊ पन खत्म कर देता है | इस लिए वह केवल 123216 का ही उपयोग करना चाहते है | लेकिन यह खाद न मिलने की वजह से उनकी फलसों को काफी नुक्सान पहुंच चुका है |