हरियाणा और पंजाब के किसानों का साथ देने के लिए अब हिमाचल के किसान भी आगे आ रहे है | कुछ दिन पहले सोलन के किसानों ने सूक्ष्म रूप में विरोध प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार को यह चेतावनी दी थी कि वह किसानों के हितों में फैंसला ले अन्यथा वह भी किसानों के विरोध में शामिल हो जाएंगे | लेकिन किसी भी तरह से केंद्र सरकार किसानों की मांगों को नहीं मान रही है | इस लिए अब हिमाचल किसान सभा अन्य राज्यों के किसानों के कंधे से कंधा मिला कर केंद्र सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करेगी | यह जानकारी हिमाचल किसान सभा के अध्यक्ष ने मीडिया को दी |
अधिक जानकारी देते हुए हिमाचल किसान सभा और मज़दूर यूनियन सीटू के पदाधिकारियों प्यारे लाल वर्मा और एंडी रनौट ने बताया कि केंद्र सरकार किसानों के हितों को खत्म कर देश में पूँजीवाद लाना चाहती है | लेकिन भारत वर्ष के किसान चुप बैठने वाले नहीं है वह संघर्ष के मार्ग पर है और इस संघर्ष में अब हिमाचल के किसान भी उनका साथ देंगे और जो प्रदर्शन दिल्ली में आयोजित होने वाला है उसमे हिमाचल के किसान भी भाग लेंगे | उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार किसानों के हितों का दरकिनार कर पूँजीपतियों को प्राथमिकता दी जा रही है जिसे वह बिलकुल भी सहने वाले नहीं है | उन्होंने कहा कि हिमाचल किसान सभा और सीटू मज़दूर यूनियन देश के किसानों के इस संघर्ष में बिलकुल साथ है इसलिए वह कल दिल्ली में होने जा रहे प्रदर्शन में भाग लेने जा रहे है | जिसमे सोलन सिरमौर और ऊना के किसान भाग लेंगे आज रात को सभी किसान दिल्ली की तरफ कूच करेंगे |