किसानों का एक प्रतिनिधि मंडल जिला परिषद सदस्य मनोज वर्मा की अध्यक्षता में एडीसी सोलन को मिला। जिनके माध्यम से उपायुक्त सोलन कृतिका कुल्हारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से उपायुक्त को किसानों की दुर्दशा के बारे में अवगत करवाया गया। इस मौके पर मनोज वर्मा ने कहा कि टमाटर के बीज वाली कम्पनी ने निम्न स्तर के बीज किसानों को उपलब्ध करवा कर उनके साथ न केवल धोखा किया है बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से क्षति भी पहुंचाई गई है। इस लिए वह चाहते है कि बीज उपलब्ध करवाने वाली कम्पनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि जो बीज कम्पनी द्वारा उपलब्ध करवाए गए उस से जो पैदावार हुई है वह खाने योग्य नहीं है और न ही वह फसल मंडी में कोई खरीद रहा है। जिसकी वजह से सोलन का किसान हताश और परेशान है।
जिला परिषद सदस्य मनोज वर्मा ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि देश के प्रधान मंत्री का सपना किसानों की आय दोगुनी करने का है लेकिन जब किसानों को सही बीज ही उपलब्ध नहीं होंगे तो किसानों की आय दोगुनी नहीं शून्य हो जाएगी। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण सोलन में देखा गया है। जहाँ किसानों को जो बाज़ार से बीज उपलब्ध हुआ है वह बेहद निम्न स्तर का है।
किसानों ने बाज़ार से सबसे मेहंगा बीज लेकर खेतों में लगाया। खेतों में खाद डाली और समय समय पर टमाटर के पौधों में कीटनाशक भी डाले।टमाटर की फसल लगाने के लिए कड़ी मेहनत भी की लेकिन जब फसल आई तो उनके होश उड़ गए क्योंकि टमाटर देखने में ही बेहद भद्दे और चपटे आकार के थे। जिसे आढ़तियों ने खरीदने से भी मना कर दिया। जिसकी वजह से किसानों की एक वर्ष की मेहनत पर पानी फिर चुका है। इस लिए वह चाहते है कि बीज उपलब्ध करवाने वाली कम्पनी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए। ताकि कोई भी कंपनी किसानों की मेहनत और पैसे को बर्बाद न कर सके ।