बेटे Rinku के नाम पर सम्मान पाकर रो पड़े पिता, सलेंडर डिलीवरी करने पहुंचे तो लोगों ने मांगी मिठाई

पांच गेंदों पर लगातार पांच छक्के जड़ने के बाद रिंकू सिंह स्टार बल्लेबाज बन गए हैं. पिछले दो दिनों से हर तरफ उन्हीं के चर्चे हैं. उनकी इस उपलब्धि से उनके पिता खानचंद काफी खुश हैं. एक बड़े संघर्ष के बाद रिंकू को वो मंच मिला है जहां वो खुद को साबित करने की सफल कोशिश कर रहे हैं. उनके संघर्ष की कहानी वो पसीने की बूंदें बयान करती हैं, जो आज भी गर्मी-सर्दी देखे बिना सिलेंडरों से भरा टेंपो चलाने की वजह से उनके पिता के माथे पर मौजूद रहती हैं.

शहर में हर तरफ हैं रिंकू के चर्चे

Rinku Singh Family Twitter

आज उस पिता को अपने बेटे पर गर्व है जो सालों से मेहनत कर अपने परिवार का पेट भर रहे हैं. तब उनकी खुशी का अंदाजा लगाना भी मुश्किल हो गया जब लोगों ने उन्हें रोक कर रिंकू की सफलता पर बधाई देते हुए मिठाई खिलाने को कहा. जिन सड़कों पर गुजरते हुए उनका नाम तक कोई नहीं जानता था, आज उन्हीं सड़कों पर कई जगह उनका टेम्पो रुकवा कर लोग बधाई दे रहे हैं. अपने इस शहर में गुमनाम रहे रिंकू के पिता को बेटे के नाम पर जब ये सम्मान मिला तो उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक आए.

सम्मान पा कर पिता हुए भावुक

Rinku Singh Family NBT

शहर की सड़कों पर ही नहीं, बल्कि बधाई देने वालों की भीड़ उनके घर तक पहुंच गई. बधाइयां सुनते सुनते  दिन कब गुजर गया, पता ही न चला. बहुत से लोगों ने उन्हें ये सलाह भी दी कि अब उन्हें टेम्पो चलाना छोड़ देना चाहिए. लेकिन रिंकू के पिता खान चंद बोले, यह काम वह नहीं छोड़ सकते क्योंकि इसी रोजगार से उन्होंने सालों तक अपना परिवार पाला है. रिंकू के पिता ने भावुक होते हुए कहा कि बेटा ने अपनी मेहनत से परिवार का भार अपने ऊपर ले लिया है. कंधे पर अब सिलेंडर का भार मुझे महसूस नहीं होता है.

सभी ने की मिठाई खिलाने की मांग

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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, परिवार के साथ बेटे की उपलब्धि का जश्न मनाने के बाद वह सोमवार सुबह से अपने काम में लग गए. सुबह साढ़े आठ बजे उन्होंने रामघाट रोड स्थित गोविला गैस एजेंसी से टेम्पो में गैस सिलेंडर रखे और ग्राहकों को बांटने के लिए निकल पड़े. उनके लिए ये हर रोज की तरह आम दिन ही था लेकिन ये दिन खास तब बन गया जब हर जगह जाने पर लोगों ने उन्हें रिंकू के पिता कहकर पुकारा और बधाई दी. जब वह सेंटर प्वाइंट पर पहुंचे तो दुकानदारों ने उन्हें कहा कि मिठाई तो बनती है. इस पर रिंकू के पिता ने मिठाई खिलाकर सभी का मुंह मीठा कराया.

अपने जीवन में काफी संघर्ष झेलने के बाद आइपीएल के मंच तक पहुंचे रिंकू सिंह अब जरूतमंद क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए हास्टल बनवा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार महुआखेड़ा स्थित क्रिकेट मैदान में हास्टल लगभग बनकर तैयार है. बताया जा रहा है कि आइपीएल के बाद रिंकू ही इसका उद्घाटन करेंगे.