Namibia से कूनो नेशनल पार्क लाई गई मादा चीता साशा की मौत, किडनी संक्रमण से पीड़ित थी

मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क की एक मादा चीता, साशा की मौत हो गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शाशा किडनी संक्रमण से ग्रसित थी. जनवरी 2022 में साशा की किडनी की बीमारी का पता चला था. भारत में चीता आबादी बढ़ाने की योजना के तहत दिसंबर 2022 में नामीबिया से 8 चीते भारत लाए गए थे. साशा उन्हीं में से एक थी.

भारत आने से पहले था साशा की किडनी में संक्रमण

female cheetah brought from namibia died in kuno national parkThe Hindu/Representative Image

मध्य प्रदेश वन विभाग ने साशा की मौत की जानकारी दी है. मध्य प्रदेश वन विभाग ने कहा, ‘नामीबिया से कूनो राष्ट्रीय उद्दान में छोड़ी गई मादा चीता ‘साशा’ के गुर्दों में संक्रमण होने की वजह से सोमवार को मृ्त्यु हो गई है. इस मादा चीता के गुर्दों में संक्रमण भारत आने से पहले ही थी.’

मध्य प्रदेश वन विभाग ने प्रेस को दी जानकारी में कहा, ‘नामीबिया से साशा की ट्रीटमेंट हिस्ट्री मिलने पर पता चला कि 15 अगस्त 2022 को नामीबिया में खून के नमूने की आखिरी जांच में क्रिएटिनिन का स्तर 400 से ज़्यादा पाया गया था. इससे यह पुष्टि होती है कि साशा को गुर्दे की बीमारी भारत आने के पहले से थी.’

जनवरी से चल रहा था साशा का इलाज

CheetahUnsplash/Representational Image

साशा की बीमारी का पता चलने के बाद, 22 जनवरी 2023 से उसकी मृ्त्यु के दिन तक उसका उपचार किया गया. दक्षिण अफ़्रीका के विशेषज्ञ डॉ. एड्रियन टोर्डिक, डॉ. एन्डी फ़्रेज़र, डॉ. माइक और फ़िंडा गेम रिज़र्व के वरिष्ठ प्रबंध से साशा के स्वास्थ्य के बारे में चर्चा की गई. विशेषज्ञों की राय लेने के बाद ही भारत में साशा का इलाज किया गया.

प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य-प्राणी श्री जे.एस. चौहान ने बताया कि नामीबिया से लाए गए बाकी 7 चीते, जिनमें 3 नर और 1 मादा शामिल हैं स्वस्थ हैं. ये पशु खुले वन में घूम-फिर रहे हैं, शिकार कर रहे हैं. दक्षिण अफ़्रीका से लाए गए सभी चीते क्वारेंटाइन बाड़ों में स्वस्थ हैं.

हैदराबाद में चीता की मौत

Hyderabad Cheetah DeathTOI

बीते शुक्रवार को नेहरू ज़ूलॉजिकल पार्क, हैदराबाद के आखिरी चीते, अब्दुल्लाह की हार्ट अटैक से मौत हो गई. सऊदी प्रिंस, बंदार बिन सऊद बिन मोहम्मद अल सऊद ने 2012 में हैदराबाद को तोहफ़े में ये चीता दिया था. सऊदी प्रिंस ने दो चीते- हिबा और अब्दुल्लाह तोहफ़े में दिए थे. 2022 में हिबा की मौत हो गई थी.

ज़ूलॉजिकल पार्क प्रशासन के अनुसार, अब्दुल्लाह को खाने के लिए बुलाया गया. आमतौर पर नाम से बुलाने से वो खाना खाने आ जाता था लेकिन शुक्रवार को नहीं आया. जब पिंजरे में जाकर देखा गया तो वो एक पेड़ के पास मृत पाया गया.