पेरूः दक्षिणी पेरू के एक दूरदराज के इलाके में स्थित सोने की खदान में रविवार को आग लग गई। इस हादसे में कम से कम 27 मजदूरों की मौत हो गई। इसी बात की जानकारी स्थानीय अधिकारियों ने दी। उन्होंने इस घटना को पेरू के इतिहास की सबसे खराब खनन त्रासदियों में से एक माना है। सोने की खदान में आग लगने की खबर मिलते ही पीड़ित परिवारों के परिजन घटनास्थल पर अपनों की तलाश करने पहुंच गए। हादसे में मारे गए पीड़ितों में से एक की पत्नी का रोते-रोते बुरा हाल हो गया। रोया मार्सेलिना एगुइरे नामकी महिला के 51 वर्षीय पति फेडेरिको इडमे ममानी भी हादसे के शिकार हो गए।
रोया मार्सेलिना एगुइरे अपने पति की मौत पर दहाड़े मार कर रो रही थी। वहीं पीड़ित के भाई फ्रांसिस्को ने कहा कि हम जानते हैं कि खदान के अंदर शॉर्ट सर्किट हुआ, जिसके बाद विस्फोट हो गया, जो कुछ भी हुआ उससे हम बहुत सदमे में हैं। स्थानीय पुलिस ने पुष्टि की है कि आग अरेक्विपा क्षेत्र में ला एस्पेरांज़ा 1 खदान के अंदर एक सुरंग में लगी थी। आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट को बताया जा रहा है। पब्लिक प्रॉसिक्यूटर गियोवन्नी माटोस ने चैनल एन टेलीविजन को बताया कि खदान के अंदर 27 लोग मर गए। हालांकि, स्थानीय मीडिया ने पहले कहा था कि क्षेत्रीय राजधानी अरेक्विपा शहर से 10 घंटे की दूरी पर स्थित कोंडेसुयोस प्रांत में खदान में विस्फोट के बाद आग लगी।
पेरू के स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शॉर्ट सर्किट से हुए विस्फोट से खदान के अंदर लगे लकड़ी के खंभे में आग लग गई। वहीं खदान की गहराई 100 मीटर थी। स्थानीय मीडिया में आग लगने की खबर तभी छपी, जब पुलिस ने मरने वालों का ब्योरा जुटा लिया था। पीड़ितों के शवों को निकालने से पहले बचाव दल खदान को सुरक्षित करने की कोशिश में लगी हुई थी। इस दौरान बचाव दल से जुड़े एक व्यक्ति ने कहा कि हमें ऐसी जगह बनानी होगी जहां मृतक सुरक्षित हों, ताकि हम खदान के अंदर जा सके और लाशों को बरामद कर सकें। यानाक्विहुआ के मेयर जेम्स कैसक्विनो ने एंडीना समाचार एजेंसी को बताया कि ज्यादातर खनिक दम घुटने और जलने से मर गए होंगे। इससे पहले साल 2022 में खनन से जुड़े हादसे में कुल 39 लोगों की मौत हो गई थी।