Fifa World Cup: डिफेंडिंग चैंपियन फ्रांस और अर्जेंटीना के बीच होगी खिताबी भिड़ंत। पिछले सात वर्ल्ड कप में चौथी बार फाइनल में पहुंचकर फ्रांस की टीम ने नया रिकॉर्ड बनाया है। दूसरी ओर लियोनेल मेसी अपने आखिरी वर्ल्ड कप को बतौर चैंपियन याद रखना चाहेंगे।
कतर: मौजूदा चैंपियन फ्रांस और मेसी के दीवानों के देश अर्जेंटीना के बीच फीफा वर्ल्ड कप 2022 का खिताबी मुकाबला खेला जाएगा। रविवार को होने वाले ‘ड्रीम फाइनल’ में दिग्गज मेसी के सामने मौजूदा दौर के सबसे करिश्माई युवा फुटबॉलर किलियान एम्बापे होंगे। गुरुवार की रात फ्रांस और एम्बापे ने मोरक्को के ऐतिहासिक अश्वमेधी अभियान में नकेल कसते हुए एक बार फिर फुटबॉल के महासमर के खिताबी मुकाबले में जगह बना ली। इस तरह दुनिया भर के फुटबॉल-प्रेमियों को मिला एक ‘ड्रीम फाइनल’। फाइनल में मुकाबला गोल्डन बूट के लिए भी होगा क्योंकि मेसी और एम्बापे दोनों के नाम पांच-पांच गोल हैं। मोरक्को की टीम अब तीसरे स्थान के लिए क्रोएशिया से खेलेगी।
एम्बापे का बड़ा रोल
फ्रांस ने पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचने वाली अफ्रीकी टीम मोरक्को को 2-0 से हराया। एम्बापे ने पांचवें मिनट में थियो हर्नांडेज और 79वें मिनट में सब्स्टिट्यूट रांडाल कोलो मुआनी के गोल में सूत्रधार की भूमिका निभाई। अब फ्रांस की नजरें 1962 में ब्राजील के बाद खिताब बचाने वाली पहली टीम बनने पर लगी होंगी। एम्बापे के पास 35 वर्ष के मेसी की टीम के खिलाफ चमत्कारिक प्रदर्शन करके फुटबॉल के महानतम खिलाड़ियों में अपना नाम दर्ज कराने का मौका होगा। वह 2018 में रूस में फ्रांस की खिताबी जीत के बाद फुटबॉल के सुपरस्टार बनकर उभरे थे। पिछले 15 साल से चले आ रहे मेसी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो के दबदबे को उन्होंने चुनौती दी थी। उनके पास लगातार दो वर्ल्ड कप जीतने वाले पेले के करिश्मे को दोहराने का मौका होगा।
60 साल बाद होगा मौका
कई मायनों में यह ‘ड्रीम फाइनल’ है जिसमें फ्रांस पिछले 60 साल में लगातार दूसरी बार खिताब जीतने वाली पहली टीम बनना चाहेगी तो अर्जेंटीना मेसी को उनके आखिरी वर्ल्ड कप का तोहफा खिताब के रूप में देने को लालायित होगी। मध्यपूर्व में पहली बार हो रहे वर्ल्ड कप फाइनल में अरब की कोई टीम नहीं बची है। अफ्रीका की टीम मोरक्को ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करके यूरोपीय महाशक्तियों स्पेन और पुर्तगाल को नॉकआउट चरण में हराया। इससे पहले क्रोएशिया और बेल्जियम जैसी टीमों के ग्रुप में टॉप पर रही थी। अपने प्रदर्शन से उसने दुनिया भर में करोड़ों फुटबॉल-प्रेमियों के दिल जीते। हर्नांडेज का गोल इस वर्ल्ड कप में मोरक्को के खिलाफ किसी टीम का पहला गोल था। इससे पहले ग्रुप स्टेज में एक आत्मघाती गोल हुआ था।अब तक पांच गोल कर चुके एम्बापे अपने गोलों की संख्या में इजाफा तो नहीं कर सके, लेकिन पहले गोल में सूत्रधार रहे।