Fifa World Cup: ड्रेसिंग रूम में पार्टी और जश्न मनाने से पहले मेसी ने इस ऐतिहासिक जीत की खुशी ग्राउंड पर अपने परिवार के साथ मनाई। तीनों बेटे थियागो, माटेओ और सिरो के साथ बीवी एंटोनेला रोकुजो भी साथ थीं।
लुसैल: जिस चीज को शिद्दत से चाहो, उसे पाने का इंतजार बरसों का हो…. वो अगर आपको मिल जाए तो इंसान भावुक हो ही जाता है। मेसी से भी दुनिया ने यही उम्मीद की थी। अंदाजा लगाया था कि वर्ल्ड कप जीतते ही ये अर्जेंटीनी स्टार इमोशनल हो जाएगा, लेकिन ऐसा नही हुआ। जहां उनके टीममेट मैच के दौरान ही गोल मारने के बाद आंसू बहाने लगे थे, इसके उलट मेसी फ्रांस को हराने के बाद भावनाओं के बजाय बेहद खुशी में थे। लुसैल स्टेडियम में 3-3 की बराबरी और फिर पेनल्टी शूटआउट से आश्चर्यजनक जीत के बाद जब गोंजालो मोंटील की पेनल्टी ने मैच का फैसला किया तो घुटनों के बल गिरकर पेरिस सेंट-जर्मेन फॉरवर्ड मुस्कुराते रहा।
मैदान के बाद असल जश्न तो मना लॉकर रूम में। पूरी अर्जेंटीनी टीम जोश में थी। खिलाड़ी भयंकर उत्साहित थे। नाच-गाना चल रहा था। सीटियां बज रहीं थीं। ड्रेसिंग रुम की ये मस्ती इंस्टाग्राम पर लाइव थी। तभी हाथ में चमचमाती ट्रॉफी लेकर मेसी टेबल पर चढ़ गए और कूद-कूदकर डांस किया। किसी बच्चे की तरह अपनी खुशी का इजहार किया।
दूसरी ओर राजधानी ब्यूनस आयर्स में 36 साल के इंतजार का जश्न साफतौर पर महसूस किया जा सकता है। सड़कों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा है। देश भर में त्योहार मन रहा है। अर्जेंटीना ने बड़े और छोटे शहरों और कस्बों में चौक-चौराहों और स्मारकों पर जश्न का माहौल है। मेसी के घर रोसारियो में तो मस्त माहौल है। यहां से परेड की तस्वीरें आ रहीं हैं। ब्यूनस आयर्स में तो शहर की मेन सड़क को ही ब्लॉक कर दिया गया। 70 वर्षीय एल्सा डियाज ने कहा, ‘यह हमारी तीर्थयात्रा है।’ अर्जेंटीना के झंडे में लिपटी हुई एक महिला ने 1978 में अर्जेंटीना को पहला वर्ल्ड कप जीतते देखा था, अब अपनी 32 साल की बेटी के साथ तीसरे वर्ल्ड कप की खुशी मना रही है।