FIFA World Cup: कोई बस में कूदा तो कोई गिरा बस के बाहर, मेसी को देख ‘पगलाए’ 50 लाख लोग, हेलीकॉप्टर बुलाना पड़ा

FIFA WORLD CUP Wild Parade: फीफा वर्ल्ड कप 2022 की चैंपियन अर्जेंटीना जब स्वदेश पहुंची तो उसका स्वागत करने के लिए लगभग 50 लाख लोग सड़क पर उतर गए। परेड के दौरान कुछ तो बस पर ही कूदने लगे। मामला हाथ से निकलते देख टीम को हेलिकॉप्टर से एयरलिफ्ट कराना पड़ा।

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FIFA World Cup: कोई बस में कूदा तो कोई गिरा बस के बाहर, मेसी को देख ‘पगलाए’ 50 लाख लोग, हेलीकॉप्टर बुलाना पड़ा

महान कप्तान लियोनेल मेसी की टीम जब विश्व विजेता बनने के बाद स्वदेश पहुंची तो उसके स्वागत में 50 लाख लोग सड़क पर उतर गए। टीम को खुली बस में परेड करनी थी। लगभग 11 किलोमीटर तक खचखच भीड़ में घुसते ही लोग टीम बस पर कूदने लगे। कुछ तो बस के बाहर भी गिरे। मामला गंभीर होते देख हेलीकॉप्टर बुलाया गया और टीम को एयरलिफ्ट कराया गया।

रोकनी पड़ी परेड

अर्जेंटीना की विश्वकप में 36 साल बाद दर्ज की गई जीत का जश्न मनाने और अपने चहेते खिलाड़ियों की एक झलक पाने के लिए ब्यूनस आयर्स की सड़कों में लाखों लोग उतर गए जिससे हर तरफ जाम लग गया और खिलाड़ियों की परेड भी बीच में रोकनी पड़ी। लोगों के हाथों में झंडे थे, वे उत्साह में नाच गा रहे थे लेकिन उनकी संख्या इतनी अधिक थी कि उसके कारण खिलाड़ियों की खुली बस में परेड रोकनी पड़ी और उन्हें हेलीकॉप्टर में परेड करवानी पड़ी।

बस रोक कराना पड़ा एयरलिफ्ट

अर्जेंटीना की सरकार ने इसे हवाई परेड की संज्ञा दी। राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज के प्रवक्ता गैब्रिएला सेरुती ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘विश्व चैंपियन पूरे मार्ग पर हेलीकॉप्टर से उड़ान भर रहे हैं क्योंकि बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने के कारण सड़क मार्ग से परेड जारी रखना असंभव था।’ हेलीकॉप्टर ने ब्यूनस आयर्स के उन स्थानों पर उड़ान भरी जहां प्रशंसक एकत्रित थे।

सरकार पर भड़के लोग

इसके बाद हेलीकॉप्टर राजधानी से बाहर स्थित अर्जेंटीना फुटबॉल संघ के मुख्यालय पहुंचे। कुछ प्रशंसक इसके बाद भी सड़कों पर जश्न मनाते रहे लेकिन कई प्रशंसकों को निराशा थी कि वह 1986 के बाद पहली बार विश्व कप जीतने वाली अपनी टीम के खिलाड़ियों की झलक नहीं देख पाए। टीम की झलक पाने के लिए सुबह से ही इंतजार कर रहे 25 वर्षीय डिएगो बेनाविदेज ने कहा, ‘हम गुस्से में हैं क्योंकि सरकार ने इसका व्यवस्थित तरीके से आयोजन नहीं किया जिससे कि हम अच्छी तरह से जश्न मना सकते। उन्होंने हमसे विश्वकप का मजा छीन दिया।’

ब्रिज पर चढ़कर बस पर कूदने लगे लोग

जश्न में पार हुई हदें

कई लोग ऐसे थे जो बड़ी संख्या में प्रशंसकों के पहुंचने के कारण सरकार की मजबूरी समझते थे और इसलिए वे जश्न में डूबे हुए थे। अपनी सात वर्षीय बेटी के साथ पहुंचे 33 वर्षी निकोलस लोपेज ने कहा, ‘मैं निराश नहीं हूं। हम जश्न मना रहे हैं।’

कोई बस पर गिरा तो कोई बस के बाहर