Fifa World Cup: उरुग्वे की टीम फीफा वर्ल्ड कप के अपने आखिरी मैच में जीतकर भी टूर्नामेंट से बाहर हो गई। वहीं साउथ कोरिया ने पुर्तगाल को हराकर नॉकआउट में जगह पक्की कर ली। बाहर होने की वजह से जहां उरुग्वे को सुआरेज रो रहे थे तो नॉकआउट में पहुंचने पर कोरिया के सोन की आंखों में भी आंसू आ गए।
दोहा: साउथ कोरिया (South Korea) के कप्तान सोन ह्यूंग-मीन पुर्तगाल पर जीत के बाद रो रहे थे। उस मैच से 25 किलोमीटर दूर एक और मुकाबला खत्म हुआ था। वहां उरुग्वे ने घाना को 2-0 से हराया था। इस जीत के बाद उरुग्वे को कप्तान लुइस सुआरेज (Luis Suarez) भी रो रहे थे। लेकिन दोनों के रोने में अंतर था। सोन रो रहे थे क्योंकि उनकी टीम ने नॉकआउट में जगह बना ली थी। उनकी आंखों में खुशी के आंसू थे। वहीं सुआरेज की टीम बाहर हो गई थी, वह इसलिए रो रहे थे।
कोरिया को मिली बड़ी जीत
ह्वांग ही चान के अंतिम क्षणों में किए गए गोल की मदद से दक्षिण कोरिया ने पुर्तगाल को 2-1 से हराकर ग्रुप एच से विश्व कप फुटबॉल टूर्नामेंट के अंतिम 16 में जगह बनाई। ही चान ने दूसरे हाफ के इंजरी टाइम में यह महत्वपूर्ण गोल किया। पुर्तगाल अपने पहले दोनों मैच जीतकर नॉकआउट चरण में जगह बना चुका था लेकिन कोरिया ने उसकी जीत की हैट्रिक पूरी नहीं होने दी। कोरिया ने ग्रुप एच से दूसरी टीम के रूप में नॉकआउट चरण में प्रवेश किया। दक्षिण कोरिया और घाना के समान चार चार अंक रहे लेकिन एशियाई टीम बेहतर गोल अंतर के कारण आगे बढ़ने में सफल रही।
ही चान के गोल से पहले दक्षिण कोरिया को किम यंग ग्वोन (27वें) ने बराबरी दिलाई थी। पुर्तगाल के लिए रिकार्डो होर्ता (पांचवें मिनट) ने गोल किया था। कोरिया की जीत से जियोर्जियन डी अर्रास्केटा (26वें और 32वें मिनट) के प्रयासों पर भी पानी फिर गया जिन्होंने अपनी टीम को इस विश्वकप में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। पुर्तगाल ने पांचवें मिनट में ही गोल करके दक्षिण कोरिया को दबाव में ला दिया था।
दक्षिण कोरिया ने हालांकि जल्द ही बराबरी का गोल दाग दिया। क्रिस्टियानो रोनाल्डो कॉर्नर किक को सही तरह से बाहर नहीं कर पाए और दक्षिण कोरिया के डिफेंडर किम यंग ग्वोन के पास चली गई जिन्होंने उस पर गोल करने में कोई गलती नहीं की। यह विश्वकप में पिछले 10 मैचों में पहला अवसर था जबकि दक्षिण कोरिया ने पहले हाफ में गोल किया। पुर्तगाल ने जवाबी हमला किया लेकिन किम सियोंग ग्यू ने रोनाल्डो के शॉट पर शानदार बचाव किया।
जीतकर भी बाहर हुआ उरूग्वे
अल वकराह स्टेडियम में उरूग्वे ने अच्छी शुरुआत की लेकिन वह घाना जिसे गोल करने का पहला सुनहरा अवसर मिला। उरूग्वे के गोलकीपर सर्जियो रोचेट की गलती से घाना को पेनल्टी मिली। रोचेट ने हालांकि बाद में अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाई तथा घाना के कप्तान आंद्रे अयु के ढीले शॉट को आसानी से रोककर टीम का संकट टाला।
इसके बाद डी अर्रास्केटा ने छह मिनट के अंदर दो गोल करके घाना को बैकफुट पर भेज दिया। फेसुंडो पेलिस्ट्री ने दायीं तरफ से लुई सुआरेज को क्रास दिया जिनका नीचा रहता शॉट बचा लिया लेकिन गेंद डी अर्रास्केटा को मिली जिस पर उन्होंने उरूग्वे को 1-0 से आगे किया। उरूग्वे का इस विश्व कप में यह पहला गोल था। उसने अपना दूसरा गोल करने में देर नहीं लगाई और इस बार भी डी अर्रास्केटा को ही गोल करने का श्रेय मिला। यह दर्शनीय गोल था जिसे उन्होंने सुआरेज के पास पर किया। उरूग्वे ने मध्यांतर तक 2-0 की अपनी बढ़त बनाए रखी।
घाना को दूसरे हाफ के शुरू में ही अच्छा अब्दुल रहमान बाबा ने अच्छा मूव बनाया लेकिन मोहम्मद कुदूस उस पर गोल करने में नाकाम रहे। कुदूस खेल 71वें मिनट में तीन रक्षकों को छका कर आगे बढ़े लेकिन उनका शॉट क्रॉसबार के ऊपर से बाहर चला गया। जब भी गेंद सुआरेज के पास जाती तो घाना के समर्थक उनकी हूटिंग करते। उरूग्वे के इस तुनक मिजाज खिलाड़ी ने कुछ अवसरों पर अपने तेवर भी दिखाएं और उन्हें पीला कार्ड भी मिला।