Fifa World Cup: फीफा वर्ल्ड कप में मंगलवार की रात बड़ा उलटेफर देखने को मिला। मोरक्को ने स्पेन को हराते हुए टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।
कतर: एक और पेनल्टी शूटआउट और एक और गोलकीपर हीरो बना। मोरक्को ने पूर्व चैंपियन स्पेन को हराते हुए पहली बार फीफा वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। कनाडा में जन्में मोरक्को के छह फीट पांच इंच लंबे गोलकीपर यासिन बोनो ने पूर्व चैंपियन स्पेन को एक भी गोल दागने नहीं दिया और अपनी टीम को ऐतिहासिक जीत दिला दी। कतर में खेले गए मैच के बाद एक और प्लेयर चर्चा में हैं। पेनल्टी शूटआउट में गोल मारने वाले अशरफ हकीमी की उनकी मां के साथ कुछ तस्वीरें वायरल हो रहीं हैं।
दरअसल, मुकाबला निर्धारित समय तक 0-0 से बराबर रहा था। एक्स्ट्रा टाइम में भी दोनों टीमें गोल नहीं कर सकीं। पेनल्टी शूटआउट में अब्देलहामिद सबीरी, हकीम जियेच और अशरफ हकीमी ने मोरक्को के लिए गोल किए जबकि बद्र बेनौन चूके गए। स्पेन से मैच जीतने के बाद मोरक्को के खिलाड़ियों ने मैदान पर जमकर जश्न मनाया। हकीमी ने जीत के बाद पहले मैदान पर डांस किया फिर स्टैंड्स पर बैठी अपनी मां के पास गए और खुशी से चूम लिया।
मां-बेटे की इस मोहब्बत को अब लोग अपने-अपने हिसाब से रंग दे रहे हैं। कोई वीडियो शेयर कर रहा है तो कोई आपत्ति दर्ज कर रहा है। लोगों का तर्क है कि इस्लाम मानने वाले मां-बेटे कैसे होंठो पर किस कर सकते हैं। यह प्यार जताने का कौन सा तरीका है?
मगर कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो मोरक्कन फुटबॉलर का बचाव कर रहे हैं। कह रहे हैं कि हकीमी ने अपनी मां के होंठ पर चुंबन नहीं दिया बल्कि कैमरे के एंगल की वजह से ऐसा नजर आ रहा है। यह एक भ्रम से ज्यादा कुछ भी नहीं।
बेल्जियम को हराने के बाद भी हकीमी अपनी मां के पास स्टैंड्स पर पहुंचे थे। तब माथा पर किस करके अपना प्यार जताया था। दोनों टीमों के बीच यह चौथा मुकाबला था और मोरक्को की टीम पहली बार स्पेन को हराने में सफल रही है। इससे पहले तीन मुकाबलों में से स्पेन ने दो में जीत दर्ज की जबकि एक ड्रॉ रहा।