दलित वर्ग परिषद ने राज्यपाल को ज्ञापन भेज कार्रवाई की उठाई मांग
मंडी। जिला के सराज विधानसभा के केलोधार में थरजून पंचायत की पूर्व प्रधान जबना चौहान पर झूठे मामले बनाकर उनकी ख्याति को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है जबकि वास्तविक तौर पर पंचायत का धन संबधि कार्य किसी एक व्यक्ति द्वारा नहीं किया जाता है बल्कि पंचायत के सचिव का भी इस कार्य में हाथ होता है। इसीलिए मात्र जबना चौहान ही नहीं थरजून पंचायत के सचिव के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की जाए और मामले में दूध का दूध व पानी का पानी किया जाए। यह मांग अखिल भारतीय दलित पिछड़ा अल्पसंख्यक वर्ग परिषद ने मंडी में उठाई।
अपनी मांग को लेकर सोमवार को परिषद के पदाधिकारियों ने डीसी मंडी अरिंदम चौधरी के माध्यम से एक मांगपत्र हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल को भेजा। इसके साथी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर परिषद ने एक मांग पत्र एएसपी को भी सौंपा। परिषद के प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता चमन राही ने बताया कि सराज में केवल अनुसूचित जाति के लोगों को परेशान किया जाता है और हर बार बदले की भावना से काम किया जाता है जो कि सही नहीं है। उन्होंने आशंका जताई की थरजून के मौजूदा उप प्रधान और पूर्व में प्रधान रहे व्यक्ति सचिव की देखरेख में लाखों के घोटाले कर रही है। चमन राही ने कहा कि जबना दलित है और देश भर में ख्याति प्राप्त है इसी कारण उनके खिलाफ झूठे केस बनाए जा रहे हैं जोकि सही नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सारा मामला सामान्य वर्ग के लोगों की मिलीभगत से किया गया है। इसके साथ ही परिषद ने राज्यपाल से मांग उठाई है कि मामले में जल्द कार्रवाई की जाए और जो दोषी है उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए। वहीं परिषद ने थरजून पंचायत में कई वर्षों से डटे सचिव व मौजूदा उप प्रधान के खिलाफ भी पुलिस विभाग से एफआईआर दर्ज करने की मांग उठाई है। इस दौरान तारा चंद भाटिया, यशवंत सिंह गुलेरिया, हरि चंद आदि मौजूद रहे।