मंढाह लाणी में देवराज के चूल्हे से भड़की चिंगारी से ढाबे में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने साथ लगते तीन अन्य ढाबों को अपनी चपेट में ले लिया।
क्षेत्र के मंढाह लाणी में हुए भीषण अग्निकांड में काष्ठकुणी शैली में बने चार ढाबे, एक कार और एक मोटरसाइकिल जलकर राख हो गई। अग्निकांड की घटना बीते मंगलवार को शाम सात बजे हुई। राजस्व विभाग ने छह से आठ लाख रुपये के नुकसान का आकलन किया है। जानकारी के मुताबिक मंगलवार शाम को सात बजे मंढाह लाणी में देवराज के चूल्हे से भड़की चिंगारी से ढाबे में आग लग गई।
देखते ही देखते आग ने साथ लगते तीन अन्य ढाबों को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटों ने ढाबे के बाहर खड़ी एक कार और मोटरसाइकिल को भी चपेट में ले लिया। सूचना मिलने पर थाना प्रभारी चौपाल केवल सिंह के नेतृत्व में पुलिस और दमकल विभाग का दल घटनास्थल पर पहुंचा और आग पर काबू पाया। जिस जगह यह घटना हुई, वहां से चूड़धार के लिए पैदल यात्रा शुरू होती है। यात्रा के सीजन के दौरान ढाबे में काफी भीड़ रहती है, लेकिन मंगलवार को मौसम खराब होने के कारण ढाबे जल्दी बंद कर दिए गए थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आग इतनी प्रचंड थी कि ढाबों से एक बर्तन तक नहीं निकाला जा सका। ढाबे देव राज, श्याम, राकेश पंवार एवं चंद्र मोहन के थे। कार चूड़धार मंदिर में ठेकेदारी करने वाले शिलाई निवासी खजान सिंह की थी। बाइक मालिक चूड़धार के जंगलों में रहने वाले किसी गुज्जर की बताई जा रही है। तहसीलदार चौपाल उमेश शर्मा ने बताया कि विभाग ने आग से हुई क्षति का आकलन कर लिया है। प्रारंभिक तौर पर छह से आठ लाख रुपये का नुकसान आंका गया है। एसडीपीओ चौपाल राज कुमार ने घटना की पुष्टि की है।