सोलन जिला के दाड़लाघाट स्थित सीमेंट फैक्टरी के लिए कश्लोग क्षेत्र से क्लींकर ढोने वाली कन्वेयर बेल्ट में सोमवार को भीषण आग लग गई। कंपनी में आग का ऐसा भयावह दृश्य था जिससे कई गांवों के लोग सहम गए। कंपनी में बीते लंबे अरसे से कई दुखद घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ समय पूर्व यहां के प्लांट का एक ढांचा तेजा हवा की मार भी सहन न कर सका था तथा वहीं पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। इस फैक्टरी में जलती राख (ऐश) के गिर जाने से मजदूर भी मर चुके हैं। सोमवार को एक बार फिर सीमेंट की आधारभूत संरचना ही धराशायी हो गई। दाड़लाघाट स्थित सीमेंट फैक्टरी की मांगू-ग्याणा में कन्वेयर बेल्ट में अचानक आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि आसपास के क्षेत्र के कई गांवों के लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। यह घटना सोमवार सुबह नौ बजे के करीब की बताई जा रही है।
क्षेत्र की जनता को यह डर सता रहा था कि इस आग के कारण कहीं उनके पूरा जंगल ही चपेट में न आ जाए। दाड़लाघाट से अग्निशमन विभाग की गाडिय़ां मौके पर पहुंची तथा करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू किया। गौर हो कि सीमेंट प्लांट का ग्याणा, मांगू व कश्लोग में खनन क्षेत्र है तथा यहीं से खनन करके क्लींकर को कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से दाड़लाघाट के सूली प्लांट में सीमेंट बनाने के लिए भेजा जाता है। चर्चा है कि कंपनी सीमेंट की विराट स्ट्रैंथ व सेफ्टी उपायों के उच्चस्तरीय मानकों का दावा तो करती है किंतु समय-समय पर यहां दुखद घटनाएं होती रहती है। एसएचओ दाड़लाघाट जीत सिंह ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है। यहां उल्लेखनीय है कि कुछ समय पूर्व प्रदेश सरकार के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने सीमेंट फैक्टरी का दौरा करके वहां पर सुरक्षा मानकों, पर्यावरण व अन्य पहलुओं पर तथ्य एकत्रित किए थे। उस डेलीगेशन में प्रदेश सरकार के उद्योग विभाग, जिला प्रशासन, अर्की प्रशासन के कई अधिकारी भी उपस्थित थे। इस जांच में क्या हुआ था यह दौरा क्या किसी खास मकसद से था इसका खुलासा अभी नहीं हुआ है। (एचडीएम)