Firecracker traders of Solan suffered thousands of losses due to rain and mismanagement of municipal corporation

सोलन के पटाखा व्यवसायियों को ,बारिश और नगर निगम के कुप्रबंधन से हुआ हज़ारों का नुक्सान

दिवाली के दौरान, शहर में कोई अप्रिय घटना न हो ,इस लिए जिला प्रशासन ,प्रत्येक वर्ष  सोलन में चयनित स्थलों पर ही, पटाखे बेचने की अनुमति देता है।  जिसमे सबसे अधिक स्टाल ,सोलन के ऐतिहासिक ठोड़ो  मैदान में ,लगते  है।  इस बार पटाखा विक्रेता, नगर निगम की व्वस्थाओं से, बेहद परेशान नज़र आ रहे है।  क्योंकि मैदान में ,स्टाल निगम द्वारा लगाए गए थे।  जिसके लिए ,उन्होंने विक्रेताओं से ,भारी भरकम फीस भी ली थी।  लेकिन सुविधाओं के नाम पर ,उन्हें केवल कपड़े का स्टॉल बना कर दे दिया है। जो बारिश होने पर, पटाखे के लिए सुरक्षित नहीं है।  उन्होंने कहा कि ,पहले ही वह बेहद घाटे में है ,ऊपर से बारिश ने ,उनकी हानि को और बढ़ा दिया है। उनके पटाखे बारिश में भीग रहे है। जिसे देख कर ऐसा प्रतीत होता है कि, इस बार उनकी लागत भी ,पूरी नहीं होने वाली है।  उन्होंने कहा कि, नगर निगम को पटाखे लगाने की ,समय अवधि थोड़ी बढ़ानी चाहिए थी। 

पटाखे विक्रेताओं ने ,रोष प्रकट करते हुए कहा कि ,सोलन में रुक रुक कर बारिश हो रही है। जिसकी वजह से ,उनके पटाखे भीग रहे है। उन्हें भारी हानि उठानी पड़ रही है  ,जिसका  जिम्मेवार नगर निगम  है। उन्होंने कहा कि, नगर निगम पहले ,तीन दिन पटाखे लगाने की, अनुमति प्रदान करता था ,लेकिन पिछले वर्ष से केवल ,दो दिनों की ही ,अनुमति प्रदान की जा रही है।  जिसकी वजह से, उनका व्यवसाय काफी प्रभावित हो रहा है। ऊपर से निगम द्वारा, पतले कपड़े के टैंट का ,स्टॉल बनाया गया है। जिसके चलते ,बारिश होने पर, उनके पटाखे भीग रहे है।  उन्होंने कहा कि, नगर निगम उनसे ज़्यादा पैसे वसूल कर लेता, लेकिन उन्हें वाटर प्रूफ टैंट उपलब्ध करवाना चाहिए था।  उन्होंने कहा कि, पहले ही उनका ,व्यवसाय बेहद कम हो रहा है ,अब बारिश और नगर निगम के कू प्रबंधन की वजह से ,उन्हें भारी उठानी पड़ रही है।