बेगूसराय. बिहार के बेगूसराय में लव जिहाद से जुड़ा एक मामला सामने आया है, जिसमें फेसबुक के माध्यम से हुए प्यार ने एक लड़की की जिंदगी तबाह कर दी है. आलम यह है कि अब वह ना तो घर की रही ना ही घाट की. एक तरफ जहां आरोपी पति ने धोखा दिया तो वहीं अब मायके वालों ने भी लड़की को रखने से इंकार कर दिया. अब न्याय पाने के लिए लड़की बेगूसराय से लेकर समस्तीपुर एवं सहरसा तक दर-दर की ठोकर खा रही है और कानून का दरवाजा खटखटा रही है.
समस्तीपुर की रहने वाली एक युवती कि सहरसा के युवक आफताब से फेसबुक के माध्यम से प्यार हुआ. पहले यह सिर्फ चैटिंग तक सिमट कर रह गई थी, लेकिन बाद में दोनों ने अपना फोन नंबर एक-दूसरे को दिया और दोनों में बातें शुरू हुई. फिर धीरे-धीरे इसने प्यार का रूप ले लिया, लेकिन लड़की को यह आभास नहीं था कि जिससे वह सच्चे प्यार की उम्मीद लगाए बैठी है वह आगे चलकर महज कुछ ही दिनों में वह फरेबी निकलेगा. युवती ने बताया कि वह बेगूसराय के एक कपड़े की दुकान में काम करती है और फेसबुक के माध्यम से पहले उसका सहरसा के रहने वाले आफताब से दोस्ती हुई और फिर धीरे-धीरे ना जाने कब यह प्यार में बदल गया. फिर दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें खाई.
इस बीच लड़की से मिलने के लिए आफताब बेगूसराय पहुंचा और दोनों में शारीरिक संबंध भी स्थापित हो गए. आफताब ने मौके का फायदा उठाकर हिंदू लड़की से कई बार शारीरिक संबंध बनाए, जिसमें कि 2 बार लड़की गर्भवती भी हुई, जिसे जबरन आफताब ने गर्भपात करा दिया. इस दौरान कई बार लड़की के द्वारा शादी के लिए दबाव बनाया गया फिर स्थिति की नाजुकता को देखते हुए आफताब ने उस युवती के साथ पहले मस्जिद में निकाह पढ़ा और फिर कोर्ट मैरिज भी की. इसके बाद दोनों ने मंदिर में भी विधिवत शादी की, लेकिन उसके बाद आफताब ने उस पर जबरन मुस्लिम बनने का भी दबाव बनाया.
प्यार में अंधी युवती मुस्लिम बनने के लिए भी तैयार हो गई, लेकिन जब तीसरी बार युवती गर्भवती हुई तब आफ़ताब ने अपना रंग बदलना शुरू कर दिया और उसे पुनः गर्भपात कराने के लिए दबाव बनाने लगा. इस बार युवती ने गर्भपात कराने से इंकार कर दिया. तब आफताब ने अपना दामन छुड़ाने के लिए युवती को जान से मारने की धमकी दी और उससे दूरी बनाने लगा और अपना मोबाइल भी बंद कर लिया. इस दौरान जब युवती ने अपने मायके वालों से मदद की गुहार लगाई तो उन्होंने उन लोगों ने भी किसी भी तरह मदद करने से इंकार कर दिया. थक हार कर युवती ने समस्तीपुर महिला थाने में न्याय की गुहार लगाई, लेकिन वहां से उसे बेगूसराय में मामला दर्ज कराने का दबाव बनाया गया और जब बेगूसराय पहुंची तो यहां भी पुलिस ने उसका मामला दर्ज नहीं किया. फिर युवती ने बेगूसराय के एसपी से न्याय की गुहार लगाई तब कहीं जाकर उसका मामला महिला थाने में दर्ज हुआ है, लेकिन अभी भी पुलिस के द्वारा आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. फिलहाल पुलिस इस मामले में कुछ भी कहने से बचती नजर आ रही है.