वाराणसी में बाढ़ बनी आफत, डायरिया-मलेरिया की चपेट में लोग, प्रशासन अलर्ट

वाराणसी. यूपी के वाराणसी में बाढ़ की आफत के बीच अब बीमारियों का खतरा का भी बढ़ गया है. हालात यह है कि बाढ़ वाले इलाकों में संक्रमण के कारण वायरल और डायरिया के मरीजों में तेजी से इजाफा हुआ है, जिसका सीधा असर अब वाराणसी के शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल में देखने को मिल रहा है. अस्पताल में आम दिनों की अपेक्षा ओपीडी में डेढ़ गुना तक मरीज बढ़ गए हैं. इसके अलावा डायरिया के कारण बच्चों का वार्ड भी लगभग फुल हो गया है.

बाढ़ के बीच इन खतरों को देख स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड़ में आ गया है और अस्पताल ने इससे निपटने के लिए तैयारियां भी कर ली हैं. जानकारी के मुताबिक, मंडलीय अस्पताल में आजकल हर दिन करीब एक हजार से 1200 लोग ओपीडी में पहुंच रहे हैं. जबकि आम दिनों में 600 से 800 के बीच में मरीजों की संख्या रहती थी.

अलर्ट पर प्रशासन
मंडलीय अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ हरिचरण ने बताया कि बाढ़ के कारण अस्पताल में डायरिया, वायरल फीवर और मलेरिया जैसे लक्षणों वाले कई मरीज आ रहे हैं. इनका इलाज किया जा रहा है. हमारी पूरी टीम अलर्ट है और पर्याप्त मात्रा में दवाइयां भी उपलब्ध हैं.

बच्चों में ज्यादा खतरा
डॉ हरिचरण ने बताया कि बाढ़ के कारण बच्चों में बीमारियों का खतरा ज्यादा है और वो इससे ज्यादा प्रभावित भी हो रहे हैं. ऐसे में बाढ़ के इलाकों में लोगों को पानी का सेवन उबालकर करना चाहिए. साथ ही साथ मच्छरदानी का इस्तेमाल भी हर हाल में करना चाहिए. उन्होंने आगे बताया कि बुखार जैसी समस्याओं को लोग नजरअंदाज न करें और तत्काल डॉक्टर की सलाह के बाद दवा लें.