दुनिया में कई ऐसे लोग होते हैं, जो दूसरों के लिए मिसाल बन जाते हैं. बिहार के गया जिले में नगर निगम चुनाव में विजयी हुईं चिंता देवी भी उन्हीं में से एक हैं. चिंता देवी ने 40 वर्षों तक नगर निगम के सफाई कर्मी के रूप में काम किया. इस दौरान अपने इलाके को स्वच्छ बनाने के लिए उन्होंने ऐसा काम किया कि नगर निगम चुनाव में डिप्टी मेयर के पद के लिए जनता ने उन्हें खूब प्यार दिया और 16,000 वोटों से जीत दिला दी.
कभी झाड़ू लगाने से लेकर उठाया कूड़ा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नवनिर्वाचित डिप्टी मेयर चिंता देवी के पति का निधन हो चुका है. वो गया में सफाई कर्मचारी के रूप में सालों तक अपनी ड्यूटी ईमानदारी से निभाई. वो कचरा उठाने से लेकर झाड़ू लगाने का काम करती थीं. साल 2020 में चिंता रिटायर हो गईं. जिसके बाद वह जीवन यापन के लिए सब्जी बेचने लगीं. इधर, गया नगर निगम की डिप्टी मेयर पद की सीट को आरक्षित कर दिया गया था. ऐसे में चिंता देवी चुनावी रणभूमि में अपनी किस्मत अजमाने उतरीं. जनता ने उन्हें काफी सपोर्ट किया और भारी अंतर से जीत दिला दी.
गौरतलब है कि गया में बीते 28 दिसंबर को 77 वार्ड के मेयर और और डिप्टी मेयर का चुनाव हुआ था. मतगणना जब पूरी हुई तो वीरेंद्र पासवान ने श्यामदेव पासवान को हराते हुए मेयर का चुनाव जीता, जबकि चिंता देवी ने अपने प्रतिद्वंद्वी कुमारी दिव्या आनंद को रिकॉर्ड अंतर से हराते हुए डिप्टी मेयर के चुनाव में जीत दर्ज की है.