भाजपा का गढ माने जाने वाली हमीरपुर नगर परिषद में चुनावों को लेकर सरगर्मियां चरम पर पहुंच गई है । जहां काग्रेंस नगर परिषद में कब्जा कर केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री के गृह जिले में अपना परचम लहराना का दम भर रही है तो वही भाजपा ने दशकों से हमीरपुर नगर परिषद पर कब्जे को बरकारार रखना चाहती है ।
हमीरपुर नगर परिषद के चुनावों के लिए प्रत्याशियों ने मतदाताओं को रिझाने के लिए पूरा जोर लगा दिया है तो भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के द्वारा अपनी अपनी जीत के लिए दावे कर रहे है। वहीं हमीरपुर नगर परिषद में चुनावी समीकरण रोचक बन रहे है क्योंकि भाजपा पार्टी के समर्थित उम्मीदवार दीप कुमार बजाज तीन बार नगर परिषद के उपाध्यक्ष रहने के साथ साथ दो बार नगर परिषद हमीरपुर के अध्यक्ष पद पर भी रह चुके है। इस बार फिर से दीप कुमार बजाज ने चुनाव में ताल ठोकते हुए जीत का दावा किया है। वहीं कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों के द्वारा भी डोर टू डोर प्रचार करके अपनी जीत के प्रति दावे किए जा रहे है।
भाजपा समर्थित प्रत्याशी दीप कुमार बजाज ने कहा कि पिछले 35 सालों से चुनाव मैदान में है और तीन बार उपाध्यक्ष बनने के साथ दो बार अध्यक्ष की कुर्सी पर भी काबिज हुए है। उन्होंने कहा कि 1985 के बाद हमीरपुर शहर में विकास कार्य के लिए काम किया गया है। उन्होंने बताया कि इस बार भी जनता से पूरी उम्मीद है कि जनता बहुमत से जिताएगी। उन्हेांने बताया कि शहर के वार्डों में बडे नालों का चैनेलाइजेशन का काम करवाना प्राथमिकता रहेगी।
बाईट दीप कुमार बजाज
भाजपा प्रत्याशी और वर्तमान नगरपरिषद उपाध्यक्ष
कांग्रे्रस समर्थित उम्मीदवार देवीदास शहंशाह ने बताया कि वार्ड में प्रचार के लिए डटे हुए है और दो दो बार वार्ड का चक्कर लगाकर लोगो से वोट मांग चुके है। उन्होंने बताया कि वार्ड नंबर ग्यारह में गलियों और रास्तों की हालत खराब है और लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता से दूर करना ही प्राथमिकता रहेगी।
बाईट देवीदास शहंशाह
कांग्रे्रस समर्थित उम्मीदवार
वही एक अन्य कांग्रे्रस समर्थित उम्मीदवार अजय शर्मा ने कहा कि लोगों का उन्हे पूर्ण समर्थन मिल रहा है और इस बार जीत का परचम लहराने वाला है ।
बाईट अजय शर्मा
कांग्रे्रस समर्थित उम्मीदवार
गौरतलब है कि नगर परिषद हमीरपुर के ग्यारह वार्डों में 47 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है जिसमें भाजपा समर्थित उम्मीदवारों के साथ कांग्रेस के उम्मीदवार शामिल है तो करीब एक दर्जन से ज्यादा आजाद उम्मीदवार भी अपना भाग्य आजमा रहे है।