मंडी, 01 सितंबर : आगामी एक वर्ष में प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं का दौर जारी रहेगाए जिसके कारण जनमानस को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं आने वाले समय में प्रदेश में लोगों की अल्पमृत्यु का भय भी लगातार बढ़ने की संभावना है। यह भविष्यवाणी बुधवार रात को मंडी जिला के सेहली स्थित माता बगलामुखी मंदिर की वार्षिक जाग में दस महाविद्याओं में आठवें स्थान की देवी बगलामुखी की ओर से की गई है।
ऐसी मान्यता है कि भादो के महीने में देवी.देवताओं के मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं और देवता डायनों से युद्ध करने डायना पार्कए घोघर धार आदि स्थानों पर चले जाते हैं। भादो महीने के अंत तक ज्यादातर मंदिरों में जाग का आयोजन किया जाता है और नाग पंचमी के दिन मंदिरों के कपाट खोल दिए जाते हैं। जाग के दौरान देवी-देवता अपने गुर के माध्यम से 1 महीने तक चले क्रियाकलापों के बारे में जानकारी देते हैं ।
इस बार के वृतांत के बारे में माता बगलामुखी मंदिर सेहली के पुजारी अमरजीत शर्मा ने बताया कि इस बार डायनों और देवी.देवताओं के बीच में 7 युद्ध हुए, जिसमें से डायनों ने 4 पर जीत हासिल की और देवता केवल 3 युद्ध जीत पाने में कामयाब हो पाए।
बता दें कि मान्यताओं के अनुसार डायनों और देवताओं की हार जीत के बाद ही आगामी वर्ष की भविष्यवाणी होती हैं और जिसके मुताबिक इस बार डायनों के जीत से लोगों को बीमारियोंए प्राकृतिक आपदाओं और बाढ़ जैसी घटनाओं से दो चार होना पड़ सकता है। वहीं प्रदेश में लोगों की अल्पमृत्यु होने की भी भविष्यवाणी की गई है। पुजारी बताते हैं कि डायनों के जीत जाने से फसलों की अच्छी पैदावार होती हैए लेकिन जनमानस को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
पुजारी के अनुसार अगर देवता जीतते हैं तो जनमानस को लाभ होता है लेकिन डायनों के कोप से फसलों के तबाह होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इस भविष्यवाणी से पहले रात 12 बजे तक माता के मंदिर में भजन कीर्तनों का दौर जारी रहा जिसमें स्थानीय लोगों ने बढचढ कर भाग लिया। इसके बाद माता के छर्नाटों को खेल आई और देवी ने अपने गुर के माध्यम से युद्धों का विस्तार सुनाया और आगामी वर्ष के लिए भविष्यवाणी भी की।