Ukraine Sea Drone In Black Sea: यूक्रेन की सेना हूती विद्रोहियों और अलकायदा के हथियार का इस्तेमाल अब रूसी सेना के खिलाफ कर रही है। इस हथियार के वार के खौफ से कई दिनों तक रूस ने अपने युद्धपोतों को बंदरगाह पर ही केवल खड़ा रखा था। यूक्रेन के इस हथियार का नाम समुद्री ड्रोन है।
कीव: यूक्रेन की सेना ने जंग में सुपर पावर कहे जाने वाले रूस की सेना की नाक में दम कर दिया है और देश के हजारों किलोमीटर के इलाके को रूसी कब्जे से मुक्त करा लिया है। यूक्रनी सेना जमीन के साथ समुद्र में भी तबाही मचा रही है और पिछले दिनों उसने रूस की शान रहे मोस्कवा युद्धपोत को समुद्र में ही बर्बाद कर दिया था। इस बीच खुलासा हुआ है कि अत्याधुनिक हथियारों और मिसाइलों से लैस रूसी सेना को मात देने के लिए यूक्रेन के सैनिक अलकायदा और हूती विद्रोहियों वाला जुगाड़ अपना रहे हैं। यूक्रेन के इस हथियार का नाम है विस्फोटकों से लदा सी ड्रोन जिसे वाटरक्रॉफ्ट के पुर्जों से जोड़कर बनाया गया है।
पिछले महीने क्रीमिया के नजदीक रूस के नौसैनिक अड्डे सेवास्तोपोल के पास काला सागर में एक अज्ञात मानवरहित वॉटरक्राफ्ट बहकर आया था। रूस के सोशल मीडिया में इसकी तस्वीर वायरल हो गई थी। इसमें नजर आ रहा था कि यह काफी छोटा ड्रोन है जिसे वाटरक्रॉफ्ट के पुर्जों से जोड़कर बनाया गया था। इसके अंदर बड़ी मात्रा में विस्फोटक भरा हुआ था। इस खुलासे के बाद रूस ने अपने युद्धपोत को करीब 3 सप्ताह तक बंदरगाह पर ही रखा था। इस ड्रोन को बनाने वाले का खुलासा नहीं हुआ है लेकिन नेवल न्यूज के मुताबिक इसकी खासियत और रूस की प्रतिक्रिया को देखकर लग रहा है कि इसे यूक्रेन ने बनाया था।
अलकायदा और हूती विद्रोहियों का अचूक हथियार है समुद्री ड्रोन
यह समुद्र में चलने वाला ड्रोन शौकिया चलाए जाने वाले वॉटर जेट जैसे सी डू से बनाया गया है। सी डू कंपनी दुनियाभर में वाटरजेट बेचती है। इससे यह आसानी से कहीं भी खरीदा जा सकता है। यह रोटेक्स के इंजन से चलता है और उसकी स्पीड 70 मील प्रतिघंटे की होती है। यह डीजल या इलेक्ट्रिक दोनों ही ईंधनों से चलता है। इस समुद्री ड्रोन में विस्फोट का तरीका ड्रोन विमानों वाला ही है। इसमें हवाई बम वाले फ्यूज लगे होते हैं जिसका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर होता है। ये फ्यूज एक केबल से डेटोनेटर और वारहेड से कनेक्ट रहते हैं।
अनुमान के मुताबिक इस ड्रोन के अगले हिस्से में बारूद भरा होता है। इस यूक्रेनी सी ड्रोन को संभवत: एल्यूमिनियम से बनाया गया है। दुनिया में यमन के हूती विद्रोही और अलकायदा आतंकी इस तरह के समुद्री ड्रोन का हाल के वर्षों में इस्तेमाल कर चुके हैं। नेवल न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान की सेना ने संभवत: हूती विद्रोहियों को इस तरह के घातक ड्रोन को बनाने की ट्रेनिंग दी है। साल 2017 में सऊदी अरब के युद्धपोत अल मदीनाह पर हूती विद्रोहियों ने इसी तरह से ड्रोन से हमला कर दिया था जिसमें दो नाविकों की मौत हो गई थी। अमेरिकी सेना ने भी इस हमले की पुष्टि की थी।