लंपी वायरस के नियंत्रण के लिए Corona की तर्ज पर बनाया राजस्थान सरकार ने प्लान, ऐसे होगी रोकथाम

Rajasthan news : गौवंश में फैल रहे लंपी वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार अब टेम्परेरी बेसिस पर डॉक्टरों की भर्ती करेगी। कोरोना की तर्ज पर ऐसा किया जा रहा है।

जयपुर: प्रदेश में जब कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा था तब राज्य सरकार ने टेम्परेरी बेसिस (संविदा) पर डॉक्टरों की भर्ती की थी। अब प्रदेश में गौवंश में तेजी से बढ़ रहे लम्पी वायरस पर नियंत्रण पाने के लिए राज्य सरकार टेम्परेरी बेसिस पर पशु चिकित्सकों और पशुधन सहायकों की भर्ती करेगी। कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि राज्य सरकार 200 डॉक्टरों और 300 पशुधन सहायकों (LSA) की भर्ती करेगी। यह भर्ती तीन महीने तक के लिए होगी। अगर जरूरत पड़ी तो अगले कुछ महीनों तक इनकी सेवाएं ली जा सकेंगी। इस दरमियान वेटेनरी डॉक्टरों को 39,300 रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे।

24 और 25 अगस्त को दस्तावेज लेकर आए अभ्यर्थी
विभाग की ओर से जारी किए गए निर्देशों के मुताबिक जो भी वेटेनरी डॉक्टर्स और एलएसए (पशुधन सहायक) तीन महीने के लिए राज्य सरकार के कार्य में सेवाएं देना चाहते हैं। वे 24 और 25 अगस्त को दस्तावेज लेकर जयपुर स्थित विभाग के दफ्तर में पहुंचे। अभ्यर्थियों को संपूर्ण दस्तावेजों के साथ एप्लीकेशन फार्म लेकर पशुपालन विभाग में आना होगा। यहां पर दस्तावेज और इंटरव्यू के आधार पर चयन को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसी के साथ उन्हें जिलों में नियुक्ति किया जाएगा। इस टेम्परेरी भर्ती के साथ ही पशुधन सहायकों की वेकेंसी में भी पदों की संख्या 1136 से बढाकर 1436 कर दी गई है।

6 साख से ज्यादा गौवंश संक्रमित, 26 हजार की मौत
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में अब तक 6 लाख 12 हजार 841 गौवंश लम्पी वायरस की चपेट में आ चुके हैं। 25, 986 गौवंश की मौत भी हो चुकी है। सर्वाधिक 3966 गौवंश की मौतें श्रीगंगानगर में हुई है। साथ ही प्रदेश के 10 जिले ऐसे हैं जहां एक हजार से ज्यादा गौवंश की मृत्यु हो चुकी है। कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि लम्पी वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए ग्राम पंचायत और ब्लॉक स्तर तक जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।

पशुपालन विभाग के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई है। रविवार को अवकाश के दिन भी दफ्तर खुले रखने के निर्देश दिए गए हैं। प्रभावित क्षेत्रों का लगातार दौरा किया जा रहा है और गोशालाओं की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

गोट पोक्स की 5 लाख डोज पहुंची राजस्थान
पशुपालन विभाग के सचिव पीसी किशन ने बताया कि प्रदेश को 25 लाख वैक्सीन की जरूरत आंकी गई है। राज्य सरकार की ओर से 10 लाख 70 हजार वैक्सीन के ऑर्डर दिए गए हैं। इनमें से 5 लाख डोज पहुंच चुकी है। हालांकि अभी प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में वैक्सीनेशन शुरू नहीं किया गया है क्योंकि वैक्सीनेशन केवल उन्हीं इलाकों में किया जाना है जहां लम्पी वायरस का प्रकोप नहीं है।

अभी तक जो वैक्सीन पहुंची है, वह गोट पोक्स वैक्सीन है जो कि बकरियों के लिए इफेक्टिव है। जब तक गौवंश के लिए नई वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक इसी वैक्सीन को काम में लिया जाएगा। हालांकि गोट पोक्स वैक्सीन गौवंश में 60 फीसदी ही इफेक्टिव बताई जा रही है।