कुष्ठ रोग उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले में कसी कमर,डॉक्टर नर्स,के बाद आशा वर्करों को दी जा रही ट्रेनिंग ।जिला के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में अब लोगों के कुष्ठ रोग की जांच होगी। इसी के साथ इसी स्तर पर लोगों का उपचार भी हो सकेगा। इसके लिए जिला में चिकित्सकों नर्सों को कुष्ठ रोग के लक्षणों के बारे में प्रशिक्षित किया जा चुका है। जिला में कुष्ठ रोग उन्मूलन के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने भी कमर कस ली है और रोगियों की पहचान करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पहले चरण में चिकित्सों,नर्सों और मल्टी पर्पसवर्करों को प्रशिक्षित किया गया है। वहीं अब दूसरे चरण में आज क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में आशा वर्करों को इसके बारे में जागरूक किया जा रहा है।जिला स्वास्थ्य अधिकारी सोलन डॉ अमित रंजन ने बताया कि कुष्ठ रोग उन्मूलन को लेकर जिला में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट है,ऐसे में जहां पहले इसके बारे में डॉक्टरों नर्सों को ट्रेनिंग दी गई वहीं अब इसके लिए आशा वर्करों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है क्योंकि आशा वर्करों का सीधा संपर्क गांव गांव में लोगो से रहता है। उन्होंने बताया कि इससे पहले जिला में स्वास्थ्य विभाग ने स्पर्श लैप्रेसी अभियान भी चलाया वहीं लोग इसके प्रति जागरूक हो सके इसके लिए अब आशा वर्करों को ट्रेनिंग दी जा रही है।गौर रहे कि जिला में अभी भी 40-42 लोगों का कुष्ठ रोग का इलाज चला हुआ है। वहीं कई लोग उपचार के बाद ठीक भी हो रहे हैं। प्राथमिक स्तर पर ही कुष्ठ रोग का पता चलने से लोगों को काफी लाभ मिल रहा है। वहीं अब जिला स्वास्थ्य विभाग ने कुष्ठ रोग से पीडि़त मरीजों की पहचान करने के लिए अभियान शुरू कर दिया है। जिसमें गांव और शहरों में बोर्ड लगाए जाएंगे और लोगों को कुष्ठ रोग लक्षणों के बारे में बताया जाएगा।