मुंबई एयरपोर्ट से पहली बार 27 कैंसर पीड़ित बच्चों को फ्लाइट, परिवार संग हैप्पी राइड पाकर मुस्कुरा उठे चेहरे

मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से 27 कैंसर रोगियों को परिवार के साथ एक चार्टर्ड विमान में एक जॉयराइड दी गई। इसके पीछे का मकसद उन्हें अपना पहला हवाई क्षेत्र का अनुभव दिलाना था। इसके लिए एयर चार्टर सर्विस इंडिया (एसीएस) द्वारा संचालित चार्टर्ड, स्टार एयर फ्लाइट ने कुल 27 युवा कैंसर रोगियों, जिनकी उम्र 8 से 14 साल के बीच थी। ऐसे बच्चों को उनके परिवार समेत हवाई यात्रा का अनुभव कराया गया। यह पहली बार था जब बच्चों ने एक विशेष उड़ान सेवा के जरिए हवाई जहाज की यात्रा की। CSMIA के प्रवक्ता ने कहा कि यह अनुभव CSMIA के ‘अच्छाई के साथ विकास’ दर्शन के तहत आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम का आयोजन अखिल भारतीय महिला अधिकारिता पार्टी के तत्वावधान में किया गया था।सभी तस्वीरें (साभार-ट्विटर)

CSMIA के प्रवक्ता ने बोले-हमारा सौभाग्य

CSMIA के प्रवक्ता ने बोले-हमारा सौभाग्य

CSMIA के प्रवक्ता ने कहा कि यात्रियों के लिए एक यादगार यात्रा अनुभव सुनिश्चित करना हमेशा CSMIA मुंबई के संचालन के मूल में रहा है। वह भी तब जब यात्री विशेषकर बच्चे होते है। साथ ही कहा कि हमें इन असाधारण बहादुर बच्चों को खुश करने के इस प्रयास का समर्थन करने का सौभाग्य मिला है।

 
चेहरे पर आई मुस्कान

चेहरे पर आई मुस्कान

जीवन की पहली हवाई यात्रा करने जा रहे इन बच्चों के चेहरे पर इस पल की खुशी का एहसास देखने को मिला। इस अभियान में कुल 27 युवा कैंसर पीड़ित बच्चे थे। जिसमें सभी की उम्र 8 से 14 वर्ष के बीच थी।

 

  • CSMIA के अच्छाई के साथ विकास दर्शन के तहत आयोजन

    CSMIA के ‘अच्छाई के साथ विकास’ दर्शन के तहत आयोजन

    उड़ान अनुभव की व्यवस्था अखिल भारतीय महिला अधिकारिता पार्टी द्वारा कैंसर रोगी सहायता संघ के माध्यम से की गई थी। CSMIA के प्रवक्ता ने कहा कि यह अनुभव CSMIA के ‘अच्छाई के साथ विकास’ दर्शन के तहत आयोजित किया गया था।

     

  • हवाई यात्रा के रोमांच से खिले कैंसर पीड़ित बच्चों के चेहरे

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    हवाई यात्रा के रोमांच से खिले कैंसर पीड़ित बच्चों के चेहरे

    मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से 27 कैंसर रोगियों को उनके परिवारों के साथ एक चार्टर्ड विमान में एक जॉयराइड दी गई। इसके पीछे का मकसद इन बच्चों को अपना पहला हवाई क्षेत्र का अनुभव प्रदान करना था।