गर्मियों में अक्सर हिमाचल के जंगलों में लगी आग करोड़ों रुपए की वन संपदा को राख कर देती है | इसी आग की वजह से जंगली जानवर भी अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं | जंगलों की इस आग को लगने से बचाया जा सके इसलिए वन विभाग गांव वासियों को जागरूक कर रहा है | सोलन के वन खंड कंडाघाट विभाग द्वारा वनखंड अधिकारी लेखराम की अध्यक्षता में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है | जिसमें नुक्क्ड़ नाटक और नाच गाकर गांव वासियों को आग लगने के कारणों और लगी आग को किस तरह नियंत्रित किया जा सकता है इस बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है |
वन खंड अधिकारी लेखराम ने बताया कि प्रत्येक वर्ष जंगलों में लगने वाली आग से करोड़ों रुपए की वन संपदा का नुकसान हो जाता है | इस नुकसान को केवल गांव वासियों की जागरूकता के कारण ही नियंत्रित किया जा सकता है इसलिए उनके विभाग द्वारा महि पंचायत में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है | जिसमे प्रचार वन मंडल के सौजन्य से चेष्टा कला मंच के कलाकारों ने ग्रामीणों को जागरूक किया | अभियान के तहत ग्राम वासियों को बताया जा रहा है कि उनका जंगल की आग लगने पर क्या कर्तव्य है और वह अपनी सूझ बूझ से आग को कैसे नियंत्रित कर सकते हैं |
बाइट वन खंड अधिकारी लेखराम