पटना. बिहार की राजधानी पटना से इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है. प्रदेश में पूर्व मंत्री रमई राम का निधन हो गया है. वह पिछले दो दिनों से पटना के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे. बिहार की राजनीति में रमई राम के की अहमियत को इसी बात से समझा जा सकता है
कि वह लालू प्रसाद यादव के साथ ही नीतीश कुमार की सरकार में भी मंत्री पद संभाल चुके थे. रमई राम बोचहा विधानसभा क्षेत्र से कई बार विधायक निर्वाचित हुए थे. उनका अपना अलग वोट बैंक था. पूर्व मंत्री रमई राम के निधन पर नेताओं और मंत्रियों ने शोक जताया है.
स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे पूर्व मंत्री रमई राम पिछले दो दिनों से पटना स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती थे. वह कुछ दिनों से खराब स्वास्थ्य की समस्या से जूझ रहे थे. रमई राम को बिहार के दिग्गज नेताओं में शुमार किया जाता था. वह जब तक सक्रिय राजनीति में रहे, पूरे प्रभाव के साथ राजनीति की. यही वजह है कि वह बोचहा विधानसभा क्षेत्र से कई बार विधायक चुने गए थे. उनकी राजनीतिक कुशलताप और प्रभाव को इसी से समझा जा सकता है कि वह लालू प्रसाद यादव के साथ ही नीतीश कैबिनेट में भी अहम विभाग संभाल चुके थे. पिछले कुछ महीनों से वह सक्रिय राजनीति में उतने सक्रिय नहीं थे.
रमई राम के निधन पर शोक
बिहार के दिग्गज नेता रहे रमई राम के निधन पर बिहार के राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है. विधानसभा अध्यख विजय कुमार सिन्हा ने रमई राम के निधन पर शोक जताया है. वहीं, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भी प्रदेश के पूर्व मंत्री के निधन पर शोक-संवेदना व्यक्त की है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुंगेर से सांसद राजीव रंजन उफ ललन सिंह ने भी रमई राम के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रमई राम के निधन की दुःखद खबर मिली है. उनका संपूर्ण जीवन दलित उत्थान के लिए समर्पित रहा. उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. भगवान दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक-संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करें.’