पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मैं चाहता था कि राजनीति के आखिरी पड़ाव में प्रदेश के लिए कुछ अच्छा करके जाऊं, ताकि लोग वर्षों तक मुझे याद करें। रावत ने इशारों ही इशारों में अपने विरोधियों को भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग मुझसे प्रतिस्पर्धा करते हैं, उन्हें सलाह है कि वह अपनी ताकत बेवजह जाया न करें।
हरीश रावत
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि वह वर्ष 2024 का आम चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक नहीं हैं। इस समय कांग्रेस संघर्ष के दौर से गुजर रही है। वह पार्टी की मजबूती के लिए काम करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी में युवाओं को आगे बढ़ाने की बात कही है, इस मंत्र को उत्तराखंड में भी आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
अमर उजाला से बातचीत में पूर्व सीएम रावत ने कहा कि उन्होंने हमेशा युवाओं को आगे बढ़ाया है। आज कांग्रेस की प्रदेश स्तरीय राजनीति में उनके लाए तमाम युवा बेहतर काम कर रहे हैं। उन्होंने प्रदेश संगठन से इस मुहिम को आगे बढ़ाने की बात कही। वर्ष 2024 में आम चुनाव में भागीदारी के सवाल पर रावत ने कहा कि वह चुनाव लड़ने को लेकर ज्यादा उत्सुक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 के विस चुनाव में उनकी रुचि जरूर ज्यादा थी।
बकौल रावत, मैं चाहता था कि राजनीति के आखिरी पड़ाव में प्रदेश के लिए कुछ अच्छा करके जाऊं, ताकि लोग वर्षों तक मुझे याद करें। मैं अपनी तरह का उत्तराखंड बनाना चाहता था, लेकिन जनता ने जनादेश नहीं दिया। उन्होंने कहा कि लोकसभा में अल्मोड़ा और हरिद्वार का नेतृत्व किया है। तब के उनके कामों को लोग आज भी याद करते हैं।
मुझसे प्रतिस्पर्धा करने वाले अपनी ताकत बेवजह जाया न करें- हरीश रावत
अब उम्र और आंतरिक ताकत के लिहाज से वह लोगों की अकांक्षाओं पर कितना खरा उतर पाएंगे, इस बात को लेकर आशंकित हैं। रावत ने इशारों ही इशारों में अपने विरोधियों को भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग मुझसे प्रतिस्पर्धा करते हैं, उन्हें सलाह है कि वह अपनी ताकत बेवजह जाया न करें। बिना किसी का नाम लिए हरीश रावत ने कहा कि एक ऐसे ही व्यक्ति ने विधानसभा चुनाव में उनसे प्रतिस्पर्धा कर पार्टी को सत्ता से दूर करने का काम किया।