अवैध खनन में कांग्रेस के पूर्व विधायक गिरफ्तार, सीएम मान बोले अभी 3-4 पूर्व मंत्री और हैं रडार पर

चंडीगढ़. पंजाब पुलिस ने अवैध खनन मामले में भोआ से कांग्रेस के पूर्व विधायक जोगिंदर पाल को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तारी की पुष्टि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरुण सैनी ने की है. मामले में तारागढ़ थाने में खान एवं खनिज अधिनियम की धारा 21 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है.उन्हें आज अदालत में पेश किया जाएगा. इसी बीच सीएम भगवंत मान ने कहा है कि कांग्रेस के और तीन-चार पूर्व मंत्रियों के भी भ्रष्टाचार में संलिप्त होने की आशंका है लेकिन बिना सबूतों के उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. पाल 2017 से 2022 तक भोआ (आरक्षित) विधायक रहे थे और हाल के विधानसभा चुनाव में उन्हें कृषि मंत्री लाल चंद कटारुचक ने 1,200 मतों से हराया है.पुलिस ने एक शिकायत के बाद खनन किरियां गांव में कृष्णा क्रशर पर छापा मारा था. पुलिस ने तीन ट्रक खनन सामग्री, एक क्रेन और एक ट्

सीएम भगवंत मान ने कहा है कि कांग्रेस के और तीन-चार पूर्व मंत्रियों के भी भ्रष्टाचार में संलिप्त होने की आशंका है

प्राथमिकी को उस छापे का नतीजा माना जा रहा है क्योंकि पाल का परिवार कृष्णा क्रशर यूनिट में भागीदार है. पंजाबमें विधानसभा चुनाव बुरी तरह हारने के बाद राज्य कांग्रेस की हालत बहुत ही ज्यादा खराब हो गई है. वर्तमान में कांग्रेस के चार पूर्व मंत्री स्टेट विजिलेंस की रडार पर हैं, जबकि एक पूर्व मंत्री जेल में हैं जो रोड रेज मामले में हत्या का दोषी होने की सजा काट रहे हैं. कांग्रेस के चार पूर्व मंत्री ऐसे हैं जो हाल ही में कांग्रेस को छोड़कर भाजपा का चोला पहने चुके हैं. जबकि पंजाब कांग्रेस के एक पूर्व अध्यक्ष ने काफी पहले 50 साल बाद कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा की नाव पकड़ ली थी. इन सभी घटनाक्रमों को कांग्रेस की ऐसी हालत ऐसे समय में हुई है जब पंजाब में संगरूर के लोकसभा उपचुनाव के लिए 23 जून को है.

पूर्व मंत्रियों के खिलाफ हो रही है जांच
कांग्रेस की कैप्टन  सरकार के कार्यकाल में वन मंत्री रहे साधू सिंह धर्मसोत भ्रष्टाचार के आरोप में न्यायिक हिरासत के तहत जेल में बंद हैं. पूर्व मंत्री संगत सिंह  खिलाफ भी  भ्रष्टाचार के मामले में एफआई दर्ज है और मामले की जांच चल रही है. इसके बाद विजिलेंस ठेकदारों की शिकायत पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में हुए 2000 करोड़ रुपए के टेंडरों के कथित घोटाले में पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु की भूमिका की भी जांच कर रही है.  पूर्व कांग्रेस मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा भी भी सरकारी भूमि  बेचने के मामले में जांच के दायरे में हैं. इसके अलावा मान ने अब दोबारा तीन से चार मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कर कांग्रेस को परेशानी में डाल दिया है.