चंडीगढ़. विजिलेंस ब्यूरो ने वन विभाग में हुए करोड़ों के कथित घोटाले में पूर्व वन मंत्री संगत सिंह गिलजियां के भतीजे दलजीत सिंह गिलजियां को गिरफ्तार किया है. दलजीत पर आरोप है कि उसने कथित तौर पर एक बिचौलिया के रूप में काम किया. और ठेकेदारों से गलत तरीके से पैसा इकट्ठा किया.
दलजीत ने अवैध खनन, ट्री गार्ड की खरीद के माध्यम से भी पैसा बनाया. दलजीत पर यह भी आरोप लगा है कि वह तबादलों, खैर पेड़ों की कटाई के लिए परमिट जारी करता था. इसके साथ ही राजमार्गों के पास वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों के लिए स्लिप रोड के निर्माण में पैसों की लेन देन भी करता था.
आज विजिलेंस ब्यूरो दलजीत सिंह गिलजियां को अदालत में पेश करेगी. विजिलेंस ब्यूरो पुलिस रिमांड हासिल करने की कोशिश करेगी. दलजीत पर अपने चाचा का मंत्रालय चलाने का भी आरोप है. वह सीधे अधिकारियों को आदेश देता था और अधिकारी उसके आदेशों का पालन करते थे.
विजिलेंस ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने एक डायरी बरामद की है, जिसके आधार पर दलजीत को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि वन ठेकेदार हरमिंदर सिंह हम्मी ने मोहाली जिले के नाडा गांव में खैर के पेड़ों को काटने के लिए परमिट जारी करने के लिए कुलविंदर सिंह के माध्यम से पूर्व मंत्री गिलजियां को कथित तौर पर 5 लाख रुपये की रिश्वत दी थी. उसने रेंज ऑफिसर, ब्लॉक ऑफिसर और एक गार्ड को भी रिश्वत दी थी.
अधिकारियों को देता था आदेश
विजिलेंस ब्यूरो ने आगे कहा कि छह जून को पूर्व वन मंत्रियों साधु सिंह धर्मसोत और संगत सिंह गिलजियां और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. प्रवक्ता ने कहा कि ब्यूरो द्वारा प्राप्त दस्तावेजों और तकनीकी सबूतों से पता चलता है कि गिलजियां का भतीजा सीधे तौर पर सरकारी मामलों में शामिल था.
उन्होंने कहा कि दलजीत निहित स्वार्थों के लिए सीधे विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी करता रहा है. इसके अलावा एक व्हाट्सएप चैट भी प्राप्त हुई है, जिसमें पता चला है कि उसके भतीजे ने भुगतान समाशोधन में अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया था. प्रवक्ता ने कहा कि दलजीत अन्य आरोपियों के लगातार संपर्क में है, जिससे जांच प्रभावित हो रही है.