पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज जहीर अब्बास गंभीर हालत में आईसीयू में भर्ती, कोरोना की चपेट में आए थे

जहीर ने अक्तूबर 1969 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। यह एक टेस्ट मैच था। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। जहीर अब्बास ने 78 टेस्ट में 44.8 की औसत से 5062 रन बनाए।

जहीर अब्बास और रीता लूथरा
पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर जहीर अब्बास गंभीर हालत में आईसीयू में भर्ती कराए गए हैं। वह कोरोना से पीड़ित थे। इसके बाद उनकी तबीयत और खराब हो गई। जियो न्यूज के अनुसार 74 साल के जहीर अब्बास को पैडिंगटन के सेंट मैरी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, तीन दिन बाद हालत खराब होने पर उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया।

जहीर पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज
जहीर अब्बास पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। दर्द की शिकायत के बाद लंदन में जब उनकी जांच हुई तो निमोनिया के लक्षण मिले थे। जियो न्यूज के मुताबिक, जहीर अब्बास फिलहाल डायलिसिस पर हैं और डॉक्टर्स ने उन्हें लोगों से नहीं मिलने की सलाह दी है।
1969 में किया था अंतरराष्ट्रीय डेब्यू
जहीर ने अक्तूबर 1969 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। यह एक टेस्ट मैच था। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। जहीर अब्बास ने 78 टेस्ट में 44.8 की औसत से 5062 रन बनाए। इसमें 12 शतक शामिल हैं। इसमें से चार दोहरे शतक भी हैं। इसके अलावा जहीर अब्बास के नाम 20 अर्धशतक भी हैं।
1974 में वनडे में किया था डेब्यू
जहीर ने वनडे में डेब्यू इंग्लैंड के खिलाफ अगस्त 1974 में ट्रेंट ब्रिज में किया था। पाकिस्तान के लिए 62 वनडे में उन्होंने 47.63 की औसत से 2572 रन बनाए। इसमें सात शतक और 13 अर्धशतक शामिल है। इसके अलावा टेस्ट में जहीर के नाम तीन विकेट और वनडे में जहीर के नाम सात विकेट हैं। जहीर ने अपना आखिरी टेस्ट अक्तूबर 1985 में और आखिरी वनडे नवंबर 1985 में खेला था।
मैच रेफरी भी रह चुके जहीर अब्बास
अपनी फर्स्ट क्लास करियर में जहीर ने 459 मैचों में 34,843 रन बनाए। इसमें 108 शतक और 158 अर्धशतक शामिल है। क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद भी जहीर ने क्रिकेट में काफी योगदान दिया। उन्होंने बतौर मैच रेफरी काम किया। एक टेस्ट और तीन वनडे में  वह मैच रेफरी रहे। 2020 में जहीर अब्बास को जैक कैलिस और लिसा स्थालेकर के साथ आईसीसी हॉल ऑफ फेम  में भी शामिल किया गया था।
भारतीय मूल की रीता से की थी शादी
जहीर अब्बास अपने खेल के दिनों में पाकिस्तान के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक थे। उन्होंने 1980 के दशक में ग्लूस्टरशायर से एक काउंटी अनुबंध भी हासिल किया था। जब वे टूर्नामेंट में खेलने के लिए यूनाइटेड किंगडम में थे, तब उनकी मुलाकात रीता लूथरा से हुई, जो उसी देश में इंटीरियर डिजाइनिंग की पढ़ाई कर रही थीं। दोनों एक दूसरे के प्यार में पड़ गए और फिर 1988 में शादी कर ली।

पाकिस्तानी अखबार द नेशन के मुताबिक, दंपति के परिवारों ने ज्यादा विरोध नहीं किया और साथ ही अब्बास के पिता रीता के पिता के दोस्त थे। बाद में रीता ने अपना धर्म बदल लिया और उन्होंने अपना नाम बदलकर समीना अब्बास कर लिया। जहीर अब्बास और रीता अब कराची में रह रहे हैं। रीता इंटीरियर डिजाइनिंग भी कर रही हैं। जहीर ने अपनी शादी के कुछ साल बाद खेल से संन्यास ले लिया था