देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के हिमाचल प्रदेश के लगातार दोरे से करीब एक लाख परिवारों जो फ़ोरलेन से प्रभावित होने जा रहे है को क्या धर्मशाला में प्रधानमंत्री जी राहत देंगे ?कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सुदर्शन शर्मा ने आज जसूर में प्रेस्वर्ता के दोरान यह बात क़ही! कोंग्रेस प्रदेश प्रवक्ता ने बताया क़ि देश के माननीय प्रधानमंत्री अक्सर ,,,मन की बात ,,,में बोलते आयें है क़ि फ़ोरलेन प्रभावितों को फ़ैक्टर फ़ोर दिया जाएगा ! सड़क निर्माण से होने जा रहे विस्थापितो की तमाम समस्याओं का समाधान उचित मुआवज़ा भू अधिग्रहण क़ानून २०१३ के अंतर्गत किया जाएगा ! जिसमें तमाम होने जा रहे विस्थापितो का पुनर्वास,पुनर्स्थापन क़ानून के दायरे में होगा क्या यह तमाम घोषणाएँ मात्र काग़ज़ों तक ही सीमित रहेंगी या कि धरातल पर भी कोई असर होगा ?तमाम विस्थापित परिवार असमंजस की स्थिति से गुज़र रहे है !
सुदर्शन शर्मा ने हिमाचल सरकार पर मुआवज़ा संबंधी ,,,पिक एंड चूज ,,, नीति का आरोप लगाते हुए अपने चहेतों को प्रथम अवार्ड की बजाए दितय अवार्ड की श्रेणी में लेकर आर्थिक दृष्टि से लाभ देकर एक ही मोहाल के एक ही ख़सरा संख्या से एक ही परिवार से एक ही उद्देश्य के लिए ली गई भूमि को तीन तीन प्रकार का मूल्यांकन कर अलग अलग मुआवज़ा राशि का भुगतान किया गया है जिसका प्रभावितों में ज़ोरदार रोष है क्यूँकि प्रथम अवार्ड का उसी भूमि का मूल्य प्रति मरला दस हज़ार दिया गया जबकि पिक एंड चूज नीति के तहत उसी खसरा बउसी मोहाल का मूल्य एक महीने के उपरांत दो लाख रुपय प्रति मरला कर दिया जाता है अब प्रशन यह है कि जब सरकार दो लाख रुपय प्रति मरला के हिसाब से दूसरे अवार्ड का भुगतान कर चुकी है तो प्रथम चरण के तमाम पीड़ित अपना बकाया भुगतान हेतु आर्बिट्रेशन काँगड़ा स्थित अपील क्यों करे ? जो कि एक ही देश में दो हिन्दोस्तान बनाने का प्रयास है मोदी जी कृपया इस धांधली की गहन समीक्षा का पुनः अध्ययन हेतु जाँच के आदेश हो जिससे तमाम पीड़ित भाइयों को राहत मिले
सुदर्शन शर्मा ने तल्ख़ अंदर में हिमाचल सरकार के नुमाइन्दों को घेरते हुए बताया क़ि सरकार द्वारा नियुक्त उपसमितीयो का गठन मात्र एक छलाबा था ?उपसमितीयो की एक वर्ष का लेखा झोखा जनता के सामने उजागर करे सरकार !प्रधानमंत्री महोदय आप धर्मशाला से फ़ोरलेन पीड़ितों के एक लाख परिवारों के प्रति यदि चिन्तित हो तो कृपया फ़ैक्टर चार की घोषणा करके जाए नहीं तो जनता समझेंगी क़ि चुनावी बेला में प्रलोभन देकर मोदी जी मात्र ग्रीष्म ऋतु में ठंडी हवाओ का लुत्फ़ लेकर चले गए