फ़ोरलेन संघर्ष समिति नूरपुर ने सरकार और प्रशासन पर फोरलेन प्रभावितों से धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। संघर्ष समिति की बैठक में अध्यक्ष दरबारी सिंह सहित अन्य प्रभावितों ने कम मुआवज़ा देने के साथ सरकार और प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप भी लगाया है।
समिति के महासचिव विजय सिंह हीर ने कहा कि जिस तरह से फारेलेन प्रभावितों को ठगा गया है, इसका जवाब आगामी विधानसभा चुनाव में सरकार को दिया जाएगा। समिति के उपाध्यक्ष सुभाश पठानिया ने कहा कि सरकार पर चार हज़ार परिवारों को लूटने के साथ धोखा दिया है।उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए एनएचएआई को ईस्ट इंडिया कम्पनी की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि CAG रिपोर्ट में भी सड़क विस्तारीकरण को लेकर जरूरत से अधिक खर्च करने की बात कही है।
उन्होंने कहा सरकार प्रभावितों को उचित मुआवजा तो नही दे सकी लेकिन एनएचएआई और अपने नुमाइदों को मनमर्जी से धनराशि खर्च करने की छूट दी है। उन्होंने कहा कि आज एक तरफ लोगों को नामात्र मुआवजा दिया जा रहा है दूसरी ओर भवन निर्माण सामग्री इतनी महंगी कर दी गई है कि लोगों को घर बनाने की चिंता सताने लगी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सरकार ने इन लोगों के साथ अन्याय किया है इसका जवाब विधानसभा चुनावों में जरूर दिया जाएगा।