राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में सरकारी अफसरों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने ही एक फर्जीवाड़े को अंजाम दे दिया। मंगलवार काे PM मोदी के वर्चुअल कार्यक्रम केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों से बात की। इस दौरान अफसरों ने असली लाभार्थी देबीपुरा (बेमाली) के गोपालदास वैष्णव की जगह फर्जी लाभार्थी काे खड़ा कर सरकारी योजनाओं का गुणगान करवाया। जबकि असली लाभार्थी काे सरकार की कई योजनाओं का लाभ ही नहीं मिला।
अफसरों का डर था कि असली लाभार्थी कार्यक्रम में हकीकत नहीं बता दे इसलिए उसे सिर्फ सूचना देकर औपचारिकता पूरी कर ली और उसकी जगह दूसरे आदमी काे लाभार्थी बनाकर ले गए। नगर परिषद के टाउन हॉल में हुए कार्यक्रम में फर्जी लाभार्थी झूठ पर बोलता रहा और आयोजक उसकी बातों काे सुनकर श्रोताओं से तालियां बजवाते रहे।
नकली लाभार्थी ने कहा- गैस कनेक्शन मिलने से मेरी पत्नी बहुत खुश
फर्जी लाभार्थी ने खुद के पत्नी होने की बात बताकर उज्जवला योजना में गैस मिलने की बात कहते हुआ कहा कि गैस कनेक्शन मिलने से मेरी पत्नी बहुत खुश है। दूसरी तरफ असली लाभार्थी की पत्नी नहीं हाेने से उसे उज्जवला योजना में गैस कनेक्शन नहीं मिल सकता है।
कार्यक्रम में कलेक्टर आशीष मोदी, जिला परिषद सीईओ डॉ. शिल्पा सिंह सहित तमात सरकारी अधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम में पीएम मोदी से बात करने के लिए छह लाभार्थियों काे बुलाया गया था। हालांकि, प्रधानमंत्री से बात करने का किसी का नंबर नहीं आया। इसके बाद स्थानीय अधिकारियों ने ही लाभार्थियों से बात की।
असली गोपाल दास बोला- मेरी पत्नी नहीं है ताे गैस कनेक्शन कैसे मिल सकता
असली गोपाल दास घर पर ही था, उसने भास्कर काे बताया
उज्जवला योजना: मेरी पत्नी नहीं है। इसलिए उज्जवला योजना में गैस कनेक्शन नहीं मिला।
आवास योजना: आवास योजना में एक किश्त बाकी चल रही है।
शौचालय: स्वच्छ भारत मिशन में शौचालय बनाने पर मिलने वाले 12 हजार रुपए भी नहीं मिले हैं।
जल जीवन मिशन-अमृत: नल कनेक्शन के लिए रसीद कटी है लेकिन कनेक्शन अभी तक नहीं हुआ है।
किसान निधि योजना: दाे-तीन बार नकल दी लेकिन मुझे पैसा नहीं मिला।
मुझे पंचायत से सचिव पुष्पा का फोन आया कि भीलवाड़ा चलना है। मैं जाने के लिए तैयार हुआ तो बाद में सचिव ने कहा कि कार्यक्रम कैंसिल हो गया है। अब जाने की जरूरत नहीं। -गोपाल दास
फर्जी लाभार्थी ने सभागार में बताया: गैस कनेक्शन से पत्नी खुश है, पूरा गांव धुआं मुक्त हाे गया है
उज्जवला योजना: उज्जवला के लाभ से मेरी पत्नी बहुत खुश है। पूरा गांव बिना धुएं का हाे गया है।
जल जीवन मिशन-अमृत: घर पर नल कनेक्शन हाे गया है। 2250 रुपए की रसीद कटी है। पहले पानी की बहुत समस्या थी लेकिन अब एक दो- दिन में पानी मिल जाता है। पहले कुएं से पानी लाना पड़ता था। अब काेई दिक्कत नहीं है।
शौचालय: शौचालय वाली स्कीम में 12 हजार रुपए मिले हैं।
हकीकत…कलेक्टर आशीष मोदी की ओर से एक दिन पहले जारी पत्र में गोपाल दास काे केंद्र की छह योजना किसान निधि, उज्जवला योजना, स्वच्छ भारत मिशन, आवास योजना और जल जीवन मिशन का लाभांवित बता रखा है।
बड़ा सवाल…जब गोपाल की पत्नी ही नहीं है तो उज्जवला योजना के लाभांवितों की सूची में उसका नाम कैसे शामिल हो गया। जल जीवन मिशन में सिर्फ रसीद कटी। नल कनेक्शन हुआ न पेयजल की सप्लाई हुई तो कैसे लाभांवित मान लिया गया। इसी तरह स्वच्छ भारत मिशन के तहत 12 हजार रुपए उसके खाते में नहीं पहुंचे हैं तो फिर लाभांवित कैसे बता रखा है। पीएम किसान निधि के लिए जब गोपालदास पात्र ही नहीं है ताे फिर उसे कैसे इसका लाभान्वित बताया गया है।
गोपालदास अगर लाभांवित नहीं हुआ है और उसका नाम लाभार्थियों में लिखवा दिया है ताे उसका पता करा लेंगे। कोई और आया है तो भी चैक करा लेंगे। -आशीष मोदी, कलेक्टर
पहले से कोई आईडी कार्ड नहीं था, जिससे पता चले कि वह गोपालदास है या नहीं या फिर उसकी जगह कोई और चला गया। ये तो सचिव अमरसिंह बता सकते हैं कि वो गोपालदास है या नहीं। –त्रिलोकराम दया, बीडीओ, करेड़ा
मैं ताे ग्राम सभा में तंबाकू निषेध की शपथ दिलाने गया था। इसलिए मुझे जानकारी नहीं है कि कार्यक्रम में गया व्यक्ति गोपालदास है या नहीं। -अमरसिंह, ग्राम विकास अधिकारी