प्रदेश वासियों को, बाज़ार में मिलने वाले खाद्य पदार्थ ,अच्छे और स्वास्थ्य वर्धक हो, उनमें कोई मिलावट न हो, इस के एफएसएसएआई द्वारा, कई प्रयास किए जा रहे है। जिसमें से एक है, मोबाईल टैस्टिंग लैब। प्रदेश में दो मोबाइल टैस्टिंग लैब है, जो प्रदेश के विभिन्न जिलों में जा कर, खाद्य सामग्री की जांच करती है। अगर कोई सैम्पल फेल होता है तो , विक्रेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी ,अमल में लाई जाती है। यह जानकारी, खाद्य सहायक आयुक्त एलडी ठाकुर ने , मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि, यह सेवा एफएसएसएआई द्वारा, निशुल्क प्रदेश वासियों की दी जा रही है। जिसका प्रदेश वासी, भरपूर फायदा उठा रहे है।
खाद्य सहायक आयुक्त एलडी ठाकुर ने , मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि, एफएसएसएआई द्वारा दो मोबाइल टैस्टिंग लैब , प्रदेश वासियों को दी गई है। यह लैब्स समूचे प्रदेश में जाती है और, शिकायतों के आधार पर सैम्पल एकत्र करती है। यह किस दिन ,किस जिले में होगी ,और किस स्थान पर यह सैम्पल एकत्र करेगी ,इस बात की पूर्ण जानकारी ,वेबसाइट पर दी जाती है। जिसके आधार पर अगर कोई व्यक्ति, खाद्य सामग्री का टैस्ट करवाना चाहता है तो, वह बिना किसी शुल्क के, टैस्ट करवा सकता है। उन्होंने कहा कि, पहले सैम्पल लिए जाते थे तो ,रिपोर्ट कई दिनों के बाद आती थी। लेकिन ,अब यह रिपोर्ट तुरंत आ जाती है। जिसकी वजह से ,शिकायत करता को तुरंत पता चल जाता है कि ,जो खाद्य सामग्री ,उसने बाज़ार से खरीदी है वह ,स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त है या नहीं।