Iran Hijab Protest US : ईरान की नैतिकता पुलिस की हिरासत में 22 वर्षीय महसा अमिनी की 16 सितंबर की मौत को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। अब ये प्रदर्शन पूरी दुनिया में फैल चुके हैं। पहले विरोध प्रदर्शन देश के अनिवार्य हिजाब को लेकर थे, लेकिन वे विवादित चुनावों पर 2009 के आंदोलन के बाद से ईरान के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गए हैं।
वॉशिंगटन : ईरान में नैतिकता पुलिस की हिरासत में 22 वर्षीय युवती महसा अमीनी की मौत के बाद शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों के समर्थन में जर्मनी की राजधानी बर्लिन, अमेरिकी राजधानी वाशिंगटन डीसी और लॉस एंजेलिस में लोगों ने मार्च निकाले गए। ‘यूएस नेशनल मॉल’ के निकट हजारों की तादाद में सभी आयुवर्ग के महिला और पुरुष एकत्र हुए और नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते हुए व्हाइट हाउस की ओर बढ़ने लगे।
अमेरिका में विभिन्न संगठनों द्वारा आयोजित इन विरोध प्रदर्शनों में वाशिंगटन डीसी में रहने वाले ईरानी शामिल हुए। इसके अलावा कुछ लोग टोरंटो से यहां आए। लॉस एंजेलिस में भी विरोध प्रदर्शन हुए, जहां बड़ी तादाद में ईरानी रहते हैं। प्रदर्शनकारियों ने जुलूस निकाला और एक सड़क को बंद कर दिया। उन्होंने ईरान सरकार के पतन के नारे लगाए और सैंकड़ों ईरानी ध्वज लहराए। ईरान की नैतिकता पुलिस हिजाब सही ढंग से नहीं पहनने को लेकर अमीनी को हिरासत में लिया था। हिरासत के दौरान 16 सितंबर को उनकी मौत हो गई थी।
ईरान के लिए सबसे बड़ी चुनौती बने प्रदर्शन
देश में हिजाब पहनने के अनिवार्य नियम के खिलाफ शुरू हुए विरोध प्रदर्शन 2009 में विवादित चुनाव को लेकर हुए ‘ग्रीन मूवमेंट’ के बाद से ईरान के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गए हैं। शनिवार को तेहरान में कई विश्वविद्यालयों में सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए। अधिकार समूहों के अनुसार ईरान के सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए गोला बारूद और आंसू गैस का इस्तेमाल किया है, जिसमें 200 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में नाबालिग लड़कियां भी शामिल हैं।