हम इंडियंस की रगों में भले ही क्रिकेट दौड़ता हो लेकिन दुनिया जिस गेम के लिए आवारा, पागल, दिवानी है वो क्रिकेट नहीं है. वो खेल है- फ़ुटबॉल. इस खेल को सॉकर भी कहा जाता है. लगभग एक सदी से भी ज़्यादा समय से खेल प्रेमियों को बांधे हुए है ये गेम. आप भले ही फुटबॉल फ़ॉलो न करते हों, लेकिन मैराडोना के हैंड ऑफ़ गॉड गोल के बारे में आपने भी सुना ही होगा. जैसा कि हर गेम के साथ ही होता है, इस गेम के इतिहास में भी दर्ज हैं कुछ बेहद खूबसूरत और कुछ बेहद डरावनी यादें.
फ़ुटबॉल के इतिहास में ऐसे कई काले दिन हैं, जिन्हें कोई फ़ुटबॉल फ़ैन भुला नहीं सकता.
पेश है फ़ुटबॉल के इतिहास की कुछ घटनाएं, जिसने दुनिया को हिलाकर रख दिया
1. मिस्त्र के दंगे, 2012
साल 2012, मिस्त्र. पोर्ट सईद स्टेडियम में Al-Masry और Al-Ahly के बीच मैच चल रहा था. Al-Masry ने 3-1 से मैच जीता. इस टीम के समर्थक मैदान में पहुंचे और विरोधी टीम के सदस्यों को, यहां तक कि खिलाड़ियों को पीटना शुरू कर दिया. हमलवारों ने पत्थर फेंके, पटाखे जलाए. ये भी आरोप लगाया गया कि सुरक्षाकर्मियों ने किसी को नहीं रोका. Al-Ahly टीम ने स्थानीय पुलिस को सूचित तक किया. CNN की रिपोर्ट के अनुसार, इस हिंसा में 79 लोग मारे गए और 900 से ज़्यादा घायल हुए. कुछ चश्मीददों का कहना था विजेता टीम के समर्थकों के पास लाठी, पत्थर, चाकू और पिस्तौल भी थी.
2. टोगो टीम की बस पर हमला, 2010
8 जनवरी 2010, अफ़्रीका. अफ़्रिकन नेशन्स कप में हिस्सा लेने पहुंची थी टोगो की टीम. ओपनिंग मैच से दो दिन पहले, टोगो टीम की बस होटल वापस लौट रही थी. Daily Mail की रिपोर्ट के अनुसार, होटल के रास्ते में ही टोगो टीम की बस पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया. इस हमले में तीन लोगों की जान चली गई. टोगो टीम ने टूर्नामेंट में हिस्सा न लेने और घर लौटने का निर्णय लिया. कन्फ़ेडरेशन ऑफ अफ़्रिकन फ़ुटबॉल ने इस हमले की आलोचना की लेकिन टीम पर 6 साल का बैन और 50,000 डॉलर का जुर्माना लगा दिया.
3. खिलाड़ी पर फेंका सुअर का सिर, 2002
नवंबर 2002. रियल मैड्रिड के लुई फिगो अपनी पुरानी टीम, बार्सेलोना के खिलाफ़ कॉर्नर किक मारने की तैयारी में थे. एक समर्थक ने ज़िगो पर सुअर का सिर फेंक दिया. फ़िगो ने 5 साल Catalans के लिए खेलने के बाद रियल मैड्रिड जॉइन कर ली थी. सुअर का सिर देख कर मैदान में मौजूद फ़ैन्स गुस्सा गए और पुलिस के लिए भी उन्हें रोकना मुश्किल हो गया. सभी खिलाड़ियों को मैदान से बाहर निकाला गया.
4. खिलाड़ी ने दर्शक को मारी लात, 1995
साल 1995. क्रिस्टल पैलेस और मैनचेस्टर यूनाइटेड के बीच मैच चल रहा था. मैच के दौरान ही मैनचेस्टर यूनाइटेड के एरिक कैन्टोना ने क्रिस्टल पैलेस के फ़ैन मैथ्यू सिमन्स को कूंग फ़ू स्टाइल में लात मारी. कैन्टोना का दावा था कि सिमन्स काफ़ी देर से उन्हें गालियां दे रहा था, नस्लभेदी टिप्पणियां कर रहा था. कैन्टोना पर फ़ुटबॉल एसोशिएशन ने 9 महीने का बैन लगाया. उनसे फ़्रांस की कप्तानी छीन गई और उन्हें 2 हफ़्ते की जेल भी हुई. हालांकि इस सज़ा को कम करके 120 घंटे और समाज सेवा में बदल दिया गया. कैन्टोना के मुताबिक उन्हें अपनी इस हरकत पर कोई भी मलाल नहीं है.
5. ज़ामिबिया नेशनल फुटबॉल टीम हवाई दुर्घटना, 1993
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1993 FIFA विश्व कप. 27 अप्रैल, 1993 को एक वर्ल्ड क्वालिफ़ायर मैच खेलने के लिए ज़ामीबिया की टीम ने ज़ामीबियन एयर फ़ोर्स के हवाई जहाज़ से उड़ान भरी. फ़्लाइट Brazzavile, Congo और Libreville, Gabon रुकी. Gabon से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद हवाई जहाज़ एटलांटिक महासागर में जा गिरी. खिलाड़ियों को चार्टर प्लेन से भेजने के पैसे नहीं थे इसलिए ज़ामिबीयन एयर फ़ोर्स के कारगो प्लेन से उन्हें भेजा गया. फ़्लाइट में मौजूद 18 खिलाड़ियों समेत 30 लोगों की मौत हो गई. Simple Flying लेख के अनुसार, फ़्लाइट के इंजन में गड़बड़ी थी और भी कई तकनीकी खराबियां थी.
6. गलत गोल करने की वजह से खिलाड़ी की हत्या, 1994
1994 FIFA विश्व कप. 1994 तक विश्व कप में 32 नहीं सिर्फ़ 24 देश ही हिस्सा लेते थे. कोलंबिया भी उन्हीं देशों में से एक था और Andres Escobar शायद सबसे बदकिस्मत खिलाड़ी. अमेरिका में हुए इस विश्व कप में कोलंबिया अपना पहला मैच 3-1 से हार गई. 22 जून को होने वाले दूसरे मैच में उसे किसी भी हाल में जीत हासिल करनी ही थी. मैच के दौरान Andres Escobar ने अपने ही गोलपोस्ट में गोल दाग दिया और अमेरिका को 1-0 की बढ़त दिला दी. अमेरिका ये मैच 2-1 से जीत गया. कोलंबिया ने स्विट्ज़रलैंड से अपना अगला मैच जीता लेकिन अमेरिका ने रोमेनिया को हरा दिया और इस तरह कोलंबिया बाहर हो गई.
Escobar को संभल कर रहने की हिदायत दी गई लेकिन वे इस घटना को पीछे छोड़ अपनी ज़िन्दगी में आगे बढ़ने का निर्णय ले चुके थे. 1 जुलाई, 1994 को उन्हें एक क्लब की पार्किंग में अकेले पा कर अज्ञात लोगों ने उन्हें गलत गोल मारने के लिए बुरा भला कहा और 6 गोलियां मारी.
7. UK की Hillsborough घटना, 1989
15 अप्रैल, 1989. नोटिंग फॉरेस्ट और लिवरपूल के बीच FA कप का सेमि फ़ाइनल Hillsborough Sheffield स्टेडियम में होने वाला था. National World के लेख के अनुसार, लेपिंग्स लैन स्टैंड लिवरपूल फ़ैन्स को दिया गया था. मैच शुरू होने से कुछ देर पहले ओवरक्राउडिंग रोकने के लिए पुलिस मैच कमांडर डेविड ने एक एक्ज़िट खोलने का निर्देश दिया. इस वजह से स्टैंडिंग एरिया में समर्थकों की भीड़ बढ़ने लगी और कई लोग दम घुटने से, दबकर और अन्य कारणों से मारे गए. इस दुर्घटना में 97 लोग मारे गए, 766 घायल हुए. पुलिस का कहना था कि लोगों ने शराब पीकर भी काफ़ी हुड़दंग मचाया और इससे इस दुर्घटना ने भयानक रूप लिया. इस दुर्घटना के बाद स्टेडियम डिज़ाइन और सीटिंग में कई तरह के बदलाव किए गए.