दूरवर्ती क्षेत्र शिलाई पिछले पांच सालों के दौरान विकास की दृष्टि से बहुत पिछडा हुआ है। शिक्षण और स्वास्थ्य संस्थानों में स्टाफ की कमी रही है। यह बात उद्योग, संसदीय कार्य एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने शिलाई विधानसभा क्षेत्रों के तीन दिवसीय प्रवास के दौरान विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कही।
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि पूर्व सरकार के कार्यकाल में शिलाई अस्पताल की घोषणा की गई थी, जिसमें एक भी बिस्तर नहीं लग पाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार शिलाई अस्पताल को एक भव्य स्वास्थ्य संस्थान बनाएगी। उन्होंने कहा कि संस्थान खोलना अथवा इनकी संख्या बढ़ाना वर्तमान सरकार का लक्ष्य नहीं है। लक्ष्य है तो मौजूदा संस्थानों को मजबूत करना। इनमें स्टाफ की कमी को पूरा करना तथा ढांचागत सुविधाओं का सृजन करना। उन्होंने कहा कि दूरवर्ती क्षेत्रों के स्कूलों में अध्यापकों की कमी है।
हर्षवर्धन ने कहा कि बीते चुनाव में हराने के लिए भाजपा ने अनेक अनैतिक हथकंडे अपनाए। राजनीति का स्तर इतिहास में इतना कभी नहीं गिरा जितना भाजपा के नेताओं ने गिराया। उन्होंने कहा कि राजनीति कारोबार के लिए नहीं, बल्कि सेवा के लिए की जानी चाहिए। उन्होंने ने कहा कि सुखविन्द्र सिंह सुक्खू को प्रदेश में एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ नेतृत्व मिला है। साधारण परिवार से संबंध रखने वाले मुख्यमंत्री लोगों का दुख दर्द भली भांति समझते हैं। इस बार का मंत्रिमण्डल अच्छे पढ़े-लिखे नेताओं का है जिसका लाभ जनता को निश्चित तौर पर मिलेगा।
हर्षवर्धन चौहान ने शिलाई अंचल की 10 पंचायतों की लोगों की समस्याएं भी सुनी। सभी पंचायतों के चुने हुए प्रतिनिधियों तथा विभिन्न संस्थाओं ने मंत्री को सम्मानित किया। शिलाई कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सीता राम शर्मा, रेणुका कांग्रेस के अध्यक्ष तपेन्द्र, महिला मोर्चा शिलाई की अध्यक्ष श्याम कला तथा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य यशपाल ठाकुर ने भी जनसभा को संबोधित किया।
इस अवसर पर कल्पना चौहान, वरिष्ठ कांग्रेस नेता जगत पुंडीर, शिलाई कांग्रेस प्रभारी चन्द्र मोहन ठाकुर, अनुसूचित जाति सैल के अध्यक्ष टीआर निंटा, अतिरिक्त महाधिवक्ता यशवर्धन चौहान, रतिराम, जबीली देवी, विद्यादेवी, मधु सिंह नेगी व हरी राम शास़्त्री सहित जिला व ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी, पंचायती राज संस्थानों के चुने हुए प्रतिनिधि व विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
इस कार्यक्रम में शिलाई जोन की 12 ग्राम पंचायतों के चुने हुए प्रतिनिधि व बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।