टी20 वर्ल्ड कप 2022 (T20 World Cup 2022) के नौंवे एडिशन का आयोजन ऑस्ट्रेलिया में होगा. इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के शुरू होने में अब कुछ दिन बचे हैं. ऐसे में सभी टीमें अपनी तैयारियों को मूर्त रूप देने में लगी हुई हैं. 16 अक्टूबर 2022 से आयोजित होने वाले इस वर्ल्ड कप में कुल 16 टीमें शिरकत करेंगी. पिछले आठ संस्करणों में कई खिलाड़ियों ने यादगार पारियां खेली हैं जो आज भी फैंस के जेहन में तरोताजा हैं. इसकी शुरुआत सिक्सर किंग युवराज सिंह ने की थी. आइए जानते हैं उन 8 यादगार लम्हों के बारे में
टी20 विश्व कप के पहले एडिशन का आयोजन साल 2007 में हुआ था. इस संस्करण में युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने इंग्लैंड के खिलाफ महज 16 गेंदों पर 58 रन ठोक दिए थे. युवी ने सिर्फ 12 गेंदों पर पचासा जड़ा था, जो टी20 क्रिकेट में वर्ल्ड रिकॉर्ड है. युवी ने इस मुकाबले में इंग्लिश पेसर स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंदों पर लगातार छह छक्के उड़ाए थे. तब टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह से पहले साउथ अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाज हर्शल गिब्स ने इंटरनेशनल क्रिकेट में एक ओवर में छह छक्के जड़ने का कारनामा किया था.
वेस्टइंडीज के विस्फोटक ओपनर क्रिस गेल (Chris Gayle) ने टी20 विश्व कप 2007 के पहले ही मैच में साउथ अफ्रीका के खिलाफ शतकीय पारी खेली थी. गेल ने टूर्नामेंट का पहला शतक अपने नाम किया था. बाएं हाथ के गेल ने 57 गेंदों पर 117 रन बनाए थे. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 205 से ज्यादा का था.उन्होंने 88 रन तो सिर्फ चौकों और छक्कों से जुटाए थे. गेल के धमाकेदार शतक के दम पर विंडीज ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 205 रन बनाए थे. साउथ अफ्रीका ने सभी को चौंकाते हुए 14 गेंद बाकी रहते मुकाबले को 8 विकेट से अपने नाम किया.
विश्व क्रिकेट में मिस्टर क्रिकेट के नाम से मशहूर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज माइकल हसी (Michael Hussey) ने साल 2010 के टी20 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ 24 गेंदों पर 60 रन तेजतर्रार पारी खेली थी. यह विस्फोटक पारी आज भी क्रिकेट फैंस के दिलों में तरोताजा है. हसी आईपीएल के पहले एडिशन में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 116 रन की पारी खेल चुके हैं. वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया की टीम जब 114 रन पर सात विकेट गंवा चुकी थी तब माइकल हसी ने यह बेशकीमती पारी खेली.
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान जो रूट (Joe Root) टेस्ट क्रिकेट में लगातार रन बनाते हैं. लेकिन उनकी टी20 विश्व कप में खेली गई एक यादगार पारी के सभी दीवाने हैं. रूट ने भारत में आयोजित 2016 के विश्व कप में साउथ अफ्रीका के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 44 गेंदों पर 83 रन की पारी खेली थी. इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाज करते हुए 4 विकेट पर 229 रन बनाए थे. जवाब में इंग्लैंड ने एक समय शुरुआती दो ओवर में ही 44 रन जुटा लिए थे. हालांकि इसके बाद उसने विकेट जरूर गंवाए लेकिन एक छोर पर रूट ने विस्फोटक पारी खेलकर अपनी टीम को दो गेंद बाकी रहते 2 विकेट से रोमांचक जीत दिलाई थी.
युवराज सिंह ने साल 2007 के टी20 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में 30 गेंदों पर 70 रन की धुआंधार पारी खेलकर टीम इंडिया को फाइनल का टिकट दिलाने में अहम रोल अदा किया था. एक समय भारतीय टीम शुरुआती 8 ओवर में 41 रन पर 2 विकेट गंवा चुकी थी. इसके बाद युवराज ने छक्कों की बारिश करते हुए टीम इंडिया का स्कोर 188 रन तक पहुंचाने में अहम रोल अदा किया.
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व ओपनर हर्षल गिब्स (Herschelle Gibbs) ने साल 2007 में अपने करियर की दो सबसे बेहतरीन पारी खेली. वह साल 2007 में वनडे क्रिकेट में एक ओवर में छह छक्के जड़ने वाले बल्लेबाज बने. उसी साल उन्होंने टी20 विश्व कप के ओपनिंग मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 90 रन की पारी खेली. गिब्स की धमाकेदार पारी के दम पर दक्षिण अफ्रीका ने विंडीज की ओर से रखे गए 206 रनों के लक्ष्य को 14 गेंद बाकी रहते हासिल कर लिया था.
श्रीलंका के पूर्व कप्तान तिलकरत्ने दिलशान (Tilakratne Dilshan) ने वैसे तो क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में कई बेहतरीन पारियां खेली हैं, लेकिन साल 2009 के टी20 विश्व कप में उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ जो धमाकेदार पारी खेली थी, उसकी गूंज आज भी सुनाई देती है. दिलशान ने 96 रन की पारी खेलकर अपनी टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया. टी20 क्रिकेट में 158 का स्कोर सुरक्षित नहीं माना जाता लेकिन लक्ष्य का पीछा करने उतरी विंडीज टीम को एंजेलो मैथ्यूज ने अपने पहले ही ओवर में तीन झटके देकर श्रीलंका की जीत की पटकथा लिख दी. दिलशान 19वें ओवर के आखिरी में 91 रन पर पहुंच चुके थे लेकिन आखिरी ओवर में वह सिर्फ 5 रन ही बना सके. ऐसे में वह चार रन से शतक चूक गए.
विराट कोहली (Virat Kohli) की उस मैच विनिंग पारी को भला कैसे भुलाया जा सकता है जो उन्होंने 2014 के टी20 विश्व कप में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली थी. कोहली ने 44 गेंदों पर नाबाद 72 रन की शानदार पारी खेलकर टीम इंडिया को फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी. भारतीय टीम ने विराट की विस्फोटक पारी के दम पर 5 गेंद बाकी रहते 6 विकेट से मुकाबले को अपने नाम किया था. विराट ने तब शुरुआती 17 गेंदों पर सिंगल और डबल रन लेकर काम चलाया था.